बाल विधायक के बाद अब बाल सरपंच की बारी:डिजिटल बाल मेला और यूनिसेफ मिलकर शुरु कर रहे हैं 'मैं भी बाल सरपंच' अभियान

जयपुर7 महीने पहले

भारत में लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए आज जनरेशन को जोड़ना बेहद जरूरी है| आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष में डिजिटल बाल मेला और यूनिसेफ ने एक नया अभियान शुरु किया है। जिसे महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने पोस्टर रिलीज़ कर हरी झंडी दिखाई| “मैं भी बाल सरपंच” नाम से यह अभियान अपनी तरह का पहला अभियान है जो राजस्थान में चलाया जाएगा| इस अभियान के तहत बाल मेला राजस्थान की पंचायत समिति और ग्राम पंचायत के बच्चों तक पहुंचेगा, और उन्हें पंचायत राज प्रणाली के बारे जागरूक करेगा|

गांव के बच्चों तक पहुंचा डिजिटल बाल मेला
गांव के बच्चों तक पहुंचा डिजिटल बाल मेला

बच्चों को राजस्थान की राजनीति के दिग्गज और मुख्य किरदारों से रूबरू कराया जाएगा| जिसमें बच्चे उनसे पंचायती राज पर सवाल पूछ सकते है| इस कार्यक्रम में बच्चों को पंचायती राज में उनके अधिकार और कर्तव्य बताये जाएँगे| बच्चों को लोकतंत्र की पहली कड़ी के फायदे और अहमियत की जानकारी भी दी जाएगी| इससे पहले 14 नवम्बर 2021 में राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष डॉ.सी.पी जोशी ने विधानसभा में बाल सभा का आयोजन कर बच्चों की राजनीतिक जागरूकता बढ़ाने की नीवं रखी थी|

ममता भूपेश ने डिजिटल बाल मेला की फाउंडर जान्हवी से जाना इस अभीयान की डीटेल
ममता भूपेश ने डिजिटल बाल मेला की फाउंडर जान्हवी से जाना इस अभीयान की डीटेल
गांव के बच्चे जानेंगे पंचायती राज में उनके अधिकार और कर्तव्य
गांव के बच्चे जानेंगे पंचायती राज में उनके अधिकार और कर्तव्य

इस पोस्टर लाच के मौके पर भूपेश ने कहा की “डिजिटल बाल मेला ने पहले बाल विधायक तैयार किये थे और अब बाल मेला बाल सरपंच तैयार करेगा, जो भविष्य में लोकतंत्र की कमान अपने हाथ में लेंगे| आजादी के अमृत महोत्सव पर इससे अच्छी खबर और क्या हो सकती है की देश की भावी पीढ़ी लोकतंत्र में साझदारी निभाएं”। पोस्टर रिलीज़ के समय मंत्री के साथ डिजिटल बाल मेला की फाउंडर जान्हवी शर्मा और प्रिया शर्मा भी मौजूद रही।

लोकतंत्र की पहली कड़ी के फायदे और अहमियत की दी जाएगी जानकारी
लोकतंत्र की पहली कड़ी के फायदे और अहमियत की दी जाएगी जानकारी
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