राजस्थान के स्कूलों में कोरोना संकट के बीच बुधवार को गहलोत सरकार के मंत्रिमंडल की बैठक हुई। यहां नए शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला स्कूलों में कोरोना गाइडलाइन तय करने का प्रस्ताव लेकर पहुंचे, लेकिन उस पर फैसला नहीं हुआ। मुख्यमंत्री इस प्रस्ताव पर पहले सभी जिलों के कलेक्टर और मेडिकल ऑफिसर्स से चर्चा करेंगे। फिर कोई फैसला लेंगे। नतीजा राजस्थान में फिलहाल स्कूल पहले की तरह ही खुले रहेंगे।
इससे पहले बुधवार को शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक ली थी। इसमें स्कूलों के मौजूदा हालातों की रिपोर्ट तैयार की गई। इस रिपोर्ट में स्कूलों में छात्रों की संख्या कम करने और अल्टरनेट डे बुलाने और ऑनलाइन क्लास का प्रस्ताव रखा गया था।
बीडी कल्ला ने कहा कि राजस्थान में फिर से कोरोना संक्रमण बढ़ने लगा है। इनमें स्कूली छात्र भी कोरोना की चपेट में आए हैं। ऐसे में शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर मौजूदा हालातों की रिपोर्ट तैयार की है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार की लापरवाही का खामियाजा छोटे बच्चों को उठाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को सबसे पहले टीकाकरण छोटे बच्चों से शुरू करना था, लेकिन केंद्र ने इसके उलट वृद्ध लोगों को टीका लगाना शुरू किया। 1 साल हो गया, लेकिन अब तक छोटे बच्चों के टीके का प्रबंधन नहीं हो पाया है। जिसकी वजह से आज छोटे बच्चे कोरोना संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं।
शिक्षा मंत्री ने ये प्रस्ताव रखे
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