राजस्थान विश्वविद्यालय का 31वां दीक्षांत समारोह और 75 साल पूरे होने पर आज स्थापना दिवस समारोह का आयोजन किया गया। जयपुर में बढ़ते कोरोना संक्रमण की वजह से इस बार समारोह का वर्चुअल आयोजन किया गया। इसमें कुलाधिपति राज्यपाल कलराज मिश्र भी वर्चुअली शामिल हुए। समारोह में 1 लाख 53 हजार छात्रों को डिग्री, तीन को डिलीट उपाधि, 472 को पीएचडी और 117 को गोल्ड मेडल वितरित किए गए।
समारोह में राष्ट्रगान का हुआ अपमान
राजस्थान विश्वविद्यालय के पोद्दार इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट में कुलपति राजीव जैन सहित सिंडिकेट सदस्यों की मौजूदगी में ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। लेकिन इस दौरान राष्ट्रगान को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई। दरअसल, कार्यक्रम की शुरुआत में राष्ट्रगान शुरू किया गया। इसके कुछ ही सेकेंड में म्यूजिक सिस्टम खराब होने की वजह से राष्ट्रगान रुक गया। इसके बाद वहां मौजूद लोगों ने राष्ट्रगान का चालू रखा।
लगभग 40 सेकेंड का वक्त बीत जाने के बाद फिर से म्यूजिक सिस्टम चालू हुआ। जहां से राष्ट्रगान बंद हुआ था, वहीं से फिर से शुरू हुआ। जिसके बाद वहां मौजूद लोगों ने फिर से राष्ट्रगान गाया। वहीं, समारोह के दौरान दो बार फायर अलार्म सिस्टम बज गया। जिसे लेकर समारोह में मौजूद लोगों में दहशत फैल गई। हालांकि गनीमत रही कि इस दौरान कोई हादसा नहीं हुआ था। वहीं, विश्वविद्यालय के कुलपति राजीव जैन ने कहा कि यह एक बड़ी भूल हो गई है। जिसे भविष्य में दोबारा नहीं दोहराया जाएगा।
राजस्थान विश्वविद्यालय के समारोह में वर्चुअली शामिल राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि राजस्थान यूनिवर्सिटी की अपनी अलग पहचान है। विश्वविद्यालय को नेक की ओर से ए ग्रेड मिल चुकी है। ऐसे में अब विश्वविद्यालय को अपने अगले मूल्यांकन में और सुधार पर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा की हमें कौशल विकास पर विशेष ध्यान देना चाहिए। ताकि छात्रो को पढ़ाई के साथ ही रोजगार भी मिल सक।
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