राजस्थान के सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज सवाई मानसिंह (एसएमएस) में आज नियुक्त हुए नए प्रिंसीपल डॉ. राजीव बगरहट्टा ने पदभार संभाला। पदभार संभालने के बाद दैनिक भास्कर से बात करते हुए उन्होंने एसएमएस हॉस्पिटल के क्राउड मैनेजमेंट के लिए आईटी का सहयोग लेने और हॉस्पिटल के छोटे-छोटे प्रोबलम्स पर फोकस करके उन्हें दूर करने की बात कही।
एसएमएस मेडिकल कॉलेज में कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट के सीनियर प्रोफेसर डॉ. बगरहट्टा ने बताया कि वे पिछले 40 साल से एसएमएस से जुड़े है और अब जिस तरह से लोगों की भीड़ यहां बढ़ती जा रही है उसे मैनेज करना एक बड़ी चुनौती बन गया है। उन्होंने कहा कि सरकार की मुफ्त दवा व जांच योजना के कारण राजस्थान के अलावा दूसरे राज्यों (पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश) से बड़ी संख्या में मरीज इलाज के लिए यहां आ रहे है। इस कारण हॉस्पिटल पर लोड बढ़ रहा है और उसे मैनेज करना हमारी पहली प्राथमिकता रहेगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए हम आईटी का सहयोग लेंगे, ताकि लोगों को ज्यादा से ज्यादा इन्फोर्मेशन मोबाइल या कम्प्युटर के जरिए मिल जाए और लोगों को अनावश्यक इधर-उधर भटकना न पड़े। उन्होंने बताया कि अभी ओपीडी रजिस्ट्रेशन से लेकर जांचों की रिपोर्ट्स ऑनलाइन मिल रही है, जिसे और ज्यादा सरल कैसे किया जाए इस पर काम किया जाएगा। आपको बता दें कि डॉ. बगरहट्टा ने साल 1980-86 के बीच SMS मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया था। उसके बाद उन्होंने पीजीआई चंडीगढ़ से 1992-94 के बीच कार्डियोलॉजी में डीएम किया। वर्तमान में वे कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट के एचओडी भी है।
इंटरनल सिस्टम का मैनेजमेंट बहुत जरूरी
डॉ. बगरहट्टा ने कहा कि इन सबके लिए हमे हॉस्पिटल के इंटरनल सिस्टम को भी मजबूत करना होगा। अभी कई ऐसी छोटे-छोटे लीक पोइंट्स है, जिसके कारण लोग और स्टाफ परेशान होते है। इन छोटे-छोटे लीक पोइंट्स पर मॉनिटरिंग और उसको दूर करने के लिए हम नया सिस्टम बनाने पर काम करेंगे। ताकि स्टाफ को कोई समस्या न हो, क्योंकि स्टाफ की परेशानी दूर होगी, तभी वे हॉस्पिटल में अपना बेस्ट दे पाएंगे।
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