जयपुर में CMHO बनकर​​​​​​​ घुसे बदमाश, 50 हजार लूटे:ऑफिस में पूछताछ के बहाने किया किडनैप, धमकाकर भाई से मंगवाए रुपए

जयपुर7 महीने पहले
  • कॉपी लिंक
मुहाना इलाके में CMHO और उसकी टीम बनकर आए तीन बदमाशों ने क्लिनिक में कर्मचारी से मारपीट कर लूट की। - Dainik Bhaskar
मुहाना इलाके में CMHO और उसकी टीम बनकर आए तीन बदमाशों ने क्लिनिक में कर्मचारी से मारपीट कर लूट की।

जयपुर में बोलेरो सवार तीन बदमाशों ने CMHO व उनकी टीम बनकर लूट की वारदात को अंजाम दिया। मुहाना मंडी स्थित एक क्लिनिक में कर्मचारी को बंधक बनाकर 50 हजार रुपए लूट लिए। मुहाना थाने में शनिवार शाम रिपोर्ट दर्ज करवाई है। पुलिस CCTV फुटेजों के आधार पर बदमाशों की तलाश कर रही है।

SHO लखन सिंह खटाना ने बताया कि गांव बनेठा टोंक निवासी धीरज जायसवाल ने रिपोर्ट दी है। वह मुहाना मंडी गेट नंबर-2 पर स्थित मानसरोवर निवासी डॉ. एस.एस.शर्मा की क्लिनिक पर काम करता है। शुक्रवार दोपहर बोलेरो गाड़ी से तीन व्यक्ति क्लीनिक पर आए। CMHO बताकर वहां रखी दवाइयां देखने लगे। क्लिनिक में धीरज को अकेला पाकर अंदर कमरे में बंधक बना लिया। मारपीट कर तीनों बदमाशों ने उसकी जेब से 7 हजार रुपए निकाल लिए।

साथी को बोले ऑफिस में करेंगे पूछताछ
क्लीनिक पर उन्होंने पालतू कुत्ता पाल रखा है। पालतू कुत्ते को उसका साथी घूमाने गया था। तीनों बदमाश उसे क्लिनिक से बाहर लेकर आए, तभी कुत्ता घूमने गया साथी आ गया। उसे गाड़ी में बैठाता देखकर उसने पूछा। बदमाशों ने उसे धमकाते हुए बोला CMHO हूं। पूछताछ के लिए इसे ऑफिस ले जा रहे है।

तीनों बदमाशों ने उसे जबरन धक्का मारते हुए बोलेरो गाड़ी में बैठा लिया।
तीनों बदमाशों ने उसे जबरन धक्का मारते हुए बोलेरो गाड़ी में बैठा लिया।

किडनैप कर ले जाकर वसूले रुपए
तीनों बदमाशों ने उसे जबरन धक्का मारते हुए बोलेरो गाड़ी में बैठा लिया। गाड़ी को सुनसान जगह ले जाकर एक लाख रुपए मांगे। रुपए की मना करने पर क्लिनिक सीज करने की धमकी दी। इसके बाद उसके बड़े भाई महेश को कॉल कर रुपयों का इतजाम करने की कहा। बड़े भाई के 45 हजार रुपए धीरज को ऑनलाइन भेजे गए। बदमाशों ने ATM से 25 हजार और ई-मित्र संचालक को 18 हजार ऑनलाइन पे करवाए। ई-मित्र संचालक से ऑनलाइन पे किए रुपए कैश ले लिए। इसके बाद उसे मुहाना मंडी पर छोड़ गए।

बोलेरो पर लगा रखी थी फेक नंबर प्लेट
छोड़ते समय बदमाशों ने धमकी दी कि अगर पुलिस को बताया तो घर में घुसकर जान से मार देंगे। लुटेरों के चुंगल से मुक्त होने पर पीड़ित ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने वारदातस्थल के आस-पास लगे CCTV फुटेजों को खंगाला। फुटेज में तीनों बदमाश कैद मिले। लुटेरों की गाड़ी की नंबर प्लेट की जांच की गई। वह सेल टैक्स डिपार्टमेंट की गाड़ी का नंबर प्लेट निकली। वारदात से पहले लुटेरों ने फर्जी नंबर प्लेट लगाना सामने आया है। पुलिस फुटेज के आधार पर तीनों लुटेरों की तलाश कर रही है।