ऑर्डर थे- गोली मत मारना, गला रेतकर VIDEO बनाना:भारी हथियार बनाया ताकि झटके में गर्दन कट जाए, अजमेर से बनना था तीसरा वीडियो

जयपुरएक वर्ष पहले
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उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या का असली मकसद आतंक की दहशत कायम करना था। तय था कि कन्हैयालाल को गोली नहीं मारनी है। आतंकवादी संगठन ISIS की तरह गला काटना है और उसका वीडियो भी बनाना है, ताकि देखने वालों की रूह कांप जाए।

राजस्थान पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) के अधिकारियों के मुताबिक, हत्यारों को ये सभी ऑर्डर कौन दे रहा था, यह अभी साफ नहीं हो पाया है, लेकिन अब तक की जांच में सामने आया है कि हत्याकांड में कई और लोग शामिल थे और किसी के इशारे पर ही यह मर्डर प्लान किया गया था।

यह भी पता चला है कि कन्हैयालाल ही नहीं, नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पोस्ट करने वाले कई लोग इनके निशाने पर थे। उनका हश्र भी कन्हैया जैसा करने का ऑर्डर था। ऑर्डर देने वालों ने ही गौस मोहम्मद और रियाज जब्बार को ट्रेनिंग दी थी।

भास्कर टीम आतंक के नेटवर्क की पड़ताल के लिए उदयपुर की एसके इंजीनियरिंग फैक्ट्री में भी गई, जहां हत्यारों ने हथियार तैयार किए थे। दोनों ने कई ऐसे हथियार बनाए, जिनसे सर को आसानी से धड़ से अलग किया जा सकता था।

एक हत्यारा गौस मोहम्मद वेल्डर का काम करता है, उसी ने हथियार तैयार किए। हत्याकांड से पहले और बाद में वीडियो बनाने का काम भी इसी फैक्ट्री में हुआ था। पुलिस ने इसी फैक्ट्री से कई हथियार बरामद किए हैं।

उदयपुर हत्याकांड का 26/11 हमले से कनेक्शन, VIDEO:मर्डर के लिए खास नंबर वाली बाइक का इस्तेमाल

28 जून को कन्हैयालाल का मर्डर करने के बाद दोनों आरोपी राजसमंद की तरफ भागे थे। महज 4 घंटे में पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया था और पकड़े जाने के बाद उनकी जमकर पिटाई भी हुई थी।
28 जून को कन्हैयालाल का मर्डर करने के बाद दोनों आरोपी राजसमंद की तरफ भागे थे। महज 4 घंटे में पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया था और पकड़े जाने के बाद उनकी जमकर पिटाई भी हुई थी।

बाइक पर था मुंबई हमले की तारीख का नंबर 2611, मर्डर के वक्त स्टार्ट रखी थी
गौस और रियाज दोनों कन्हैयालाल की हत्या के लिए बाइक लेकर पहुंचे थे। बाइक पर मुंबई हमले की तारीख 2611 का नंबर था। दोनों ने दुकान से 70 मीटर दूर गली के कोने पर बाइक को स्टार्ट ही छोड़ दिया था, ताकि आसानी से फरार हो सकें।

हत्या के बाद दोनों बाइक लेकर देवगढ़ की ओर एक गैराज में गए। दोनों का वहीं रुकने का प्लान था, लेकिन गैराज वाले ने मना कर दिया। इसके बाद दोनों बाइक लेकर गांवों के रास्ते से राजसमंद के भीम की ओर भागे। उनका अजमेर भागने का प्लान था, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया। बाइक भी पुलिस की कस्टडी में है।

यह वह फैक्ट्री है, जहां कन्हैयालाल के मर्डर के लिए हथियार बनाया गया था। यह फैक्ट्री उदयपुर से 20 किलोमीटर दूर सापेटिया इलाके में है, यहां से कुछ हथियार भी बरामद किए गए।
यह वह फैक्ट्री है, जहां कन्हैयालाल के मर्डर के लिए हथियार बनाया गया था। यह फैक्ट्री उदयपुर से 20 किलोमीटर दूर सापेटिया इलाके में है, यहां से कुछ हथियार भी बरामद किए गए।

उदयपुर में टायर कारोबारी की भी हत्या का था प्लान, रेकी कर रहे थे
गौस और रियाज का उदयपुर में एक टायर कारोबारी की हत्या का भी प्लान था। कारोबारी नितिन जैन ने बताया कि उन्होंने 7 जून को नुपूर शर्मा की पोस्ट गलती से शेयर कर दी थी। माहौल खराब करने के नाम पर उसके खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने नितिन को भी गिरफ्तार किया था।

9 जून से 7 लोग लगातार उसकी दुकान पर रेकी कर रहे थे। 11 जून को ये आतंकी नितिन की हत्या करने की फिराक में थे। डर के कारण नितिन ने दुकान पर ही जाना बंद कर दिया और उदयपुर छोड़कर किसी अन्य शहर में चले गए।

तीसरा वीडियो अजमेर से बनाने वाले थे, कई लोगों को वॉट्सऐप पर जोड़ा
जांच में पता लगा कि रियाज और गौस अजमेर पहुंचकर इस हत्याकांड से जुड़ा तीसरा वीडियो बनाने वाले थे। दोनों की मंशा यही थी कि हत्या के बाद दहशत फैलाने के लिए तीसरा वीडियो भी वायरल किया जाए। NIA जांच कर रही है कि दोनों अजमेर में कहां और किसके पास रुकने वाले थे।

रियाज और गौस ने वॉट्सऐप से कई युवाओं को जोड़ रखा था। वे चाहते थे कि कन्हैयालाल की हत्या के बाद पुलिस उन्हें पकड़ भी ले तो दूसरे साथी नुपूर शर्मा की पोस्ट का समर्थन करने वाले लोगों की इसी तरीके से हत्याएं करते रहें, इसीलिए उन्होंने कन्हैयालाल की हत्या से पहले अपने साथियों को उकसाने के लिए वीडियो बनाया था। वीडियो में रियाज ने कहा था कि वो पकड़ा जाएगा लेकिन हत्याएं जारी रहनी चाहिए।

कन्हैया के सिर के ठीक पीछे CCTV लगा हुआ है। कन्हैया ने 6 दिन पहले ही दुकान में CCTV लगवाया था।
कन्हैया के सिर के ठीक पीछे CCTV लगा हुआ है। कन्हैया ने 6 दिन पहले ही दुकान में CCTV लगवाया था।

कन्हैया ने 6 दिन पहले लगाए थे CCTV, हत्यारों ने कनेक्शन काटा
पत्नी यशोदा ने बताया कि कन्हैयालाल 15 दिनों से बहुत परेशान चल रहे थे। शिकायत के बाद भी पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। उनकी दुकान पर रेकी की जा रही थी। रोजाना धमकी मिल रही थी। तब उन्होंने 6 दिन पहले ही दुकान में CCTV लगवाए थे।

रियाज और गौस ने हत्या का जो वीडियो बनाया, उसमें भी CCTV दिखाई दे रहा है। रियाज और गौस को इसका पता चल गया था, इसलिए उन्होंने दुकान में घुसने से पहले CCTV का कनेक्शन काट दिया था। घटना के दौरान CCTV चालू ही नहीं था।