राजस्थान पुलिस ने गैंगस्टर बनकर महिला डकैत को गिरफ्तार किया है। यह महिला श्री बालाजी ज्वैलर्स में डकैती की वारदात में शामिल थी। मुरलीपुरा इलाके में 17 अक्टूबर 2020 लूट हुई थी। जयपुर पुलिस ने इसे आगरा से गिरफ्तार किया है। वह नेपाल में फरारी काट रही थी। पुलिस ने गैंग में महिला सदस्य की जरूरत बता कर झांसे में लिया और फिर जब वह नेपाल से भारत आई तो उसे गिरफ्तार कर लिया।
पढ़िए पूरी कहानी...
डीसीपी (पश्चिम) प्रदीप मोहन शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार ईशा परियार उर्फ इशु सिंह उर्फ निशा उर्फ बिट्टू है। वह नेपाल में वार्ड नंबर 13 नगरपालिका रत्ननगर जिला चितवन (नारायणी) में रहती है। कभी-कभी दिल्ली में मालवीय नगर थाना क्षेत्र में प्लॉट नंबर 23 ए, फर्स्ट फ्लोर, खिड़की में भी रहती है। ईशा परियार भारत में अपना नाम व पहचान बदल कर रहती है।
वह देश के अलग-अलग राज्यों में डकैती व लूट की वारदात कर नेपाल भाग जाती है। नेपाल में वह कहां रहती है, इसका पता उसकी गैंग के सदस्यों को नहीं रहता। साथियों से इंटरनेट कॉलिंग के जरिए संपर्क में रहती है। जयपुर में मुरलीपुरा और हरियाणा के करनाल में डकैती और लूट की तीन वारदातों को अंजाम देकर नेपाल भाग गई थी।
पुलिसकर्मियों ने सोशल मीडिया पर तलाश की। सुराग मिला कि वह नेपाल में है। उसे भारत बुलाने के लिए पुलिसकर्मियों ने जाल बिछाया। पुलिसवालों ने खुद को राजस्थान का बड़ा गैंगस्टर बताया। कहा- जयपुर में एक बड़ी लूट को अंजाम देने के लिए गैंग में महिला सदस्य की जरूरत है। हाल ही में 1 करोड़ की लूट की वारदात को हम लोगों ने अंजाम दिया है। हमारे साथ काम करें। अपनी मर्जी के मुताबिक अपना हिस्सा ले सकती हैं। ईशा लालच में फंस गई और नेपाल से बस में बैठकर भारत आ गई। 30 सितंबर को मुरलीपुरा थाने के कॉन्स्टेबल मुकेश कुमार को सूचना मिली कि ईशा 2 अक्टूबर को सुबह नेपाल में बस में बैठकर 3 अक्टूबर को आगरा पहुंचेगी। जयपुर पुलिस टीम आगरा पहले ही पहुंच गई थी।
यह था मामला
17 अक्टूबर 2020 को मुरलीपुरा के बैनाड रोड पर जोरावर नगर में रहने वाले ज्वैलर दिनेश कुमार सैनी के शोरूम में 1 करोड़ की लूट को अंजाम दिया गया था। दोपहर करीब 2 बजकर 4 मिनट पर तीन बदमाश मास्क लगाकर शोरूम में घुसे थे। तीनों बदमाशों ने शोरूम में घुसते ही दिनेश, बेटे रोशन और नौकर की कनपटी पर रिवॉल्वर तान दी। दो बदमाशों ने शोरूम में रखी सोने-चांदी के जेवर को एक बैग में भर लिया। करीब आठ मिनट शोरूम में लूटपाट के बाद बदमाशों ने ज्वैलर दिनेश सैनी से उनकी स्कॉर्पियो की चाबी मांगी। चाबी को काउंटर से लेकर बाहर पहुंचे। वहां दो बदमाश स्कूटी से भाग गए, जबकि लूट के माल समेत एक बदमाश स्कॉर्पियो में फरार हो गया था। इसके बाद ज्वैलर की स्कॉर्पियो हाईवे पर छोड़कर लुटेरे वहां पहले से खड़ी अपनी गाड़ी में भाग गए थे। इसी गाड़ी में ईशा भी सवार थी। सामने आया कि ईशा गैंग के साथ वारदात में शामिल होती है। यह उनकी गाड़ी में आगे सीट पर बैठती है, ताकि पुलिस को नाकाबंदी के दौरान शक ना हो।
डकैती से 15 दिन पहले आ गई थी जयपुर
पुलिस के मुताबिक, डकैती डालने के लिए ईशा गैंग के अन्य सदस्यों के साथ करीब 15 दिन पहले ही जयपुर आ गई थी। यहां मानसरोवर में ठहरकर योजना बनाई। फिर वारदात के दिन गैंग के सदस्यों ने ज्वैलरी शोरूम में लूट की वारदात को अंजाम दिया। योजना के मुताबिक, ईशा पहले ही चंदवाजी एक्सप्रेस हाईवे पर लग्जरी कार लेकर खड़ी थी। गैंग के सदस्यों के वहां पहुंचने पर चारों लुटेरों को लेकर खुद कार ड्राइव कर रेवाड़ी पहुंचे। वहां लूटा गया माल एक बदमाश को देकर ईशा और अन्य साथी पहले पंजाब, फिर करनाल गए। वहां भी एक वारदात को अंजाम दिया। इसके बाद नेपाल भाग गई।
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