जयपुर नगर निगम ग्रेटर में मेयर पद का इलेक्शन अब दिलचस्प हो गया है। कल जिन चार उम्मीदवारों ने नॉमिनेशन भरे थे, उनमें से दो के निरस्त हो गए है। ऐसे में अब भाजपा की रश्मि सैनी और कांग्रेस की हेमा सिंघानिया में सीधी वन-टू-वन टक्कर होगी। इस स्थिति को देखते हुए आज कांग्रेस भी अपने सभी पार्षदों की बाड़ेबंदी करेगी। पार्षदों को दोपहर में कांग्रेस मुख्यालय बुलाया गया है, जहां से उन्हें बस में मुहाना सांगानेर स्थित मैजेस्टिक रिसोर्ट ले जाएंगे।
मेयर पद पर चुनाव लड़ने के लिए कल कांग्रेस के तीन और भाजपा के एक पार्षद ने नामांकन पत्र भरा था। इसमें से आज कांग्रेस की वार्ड 130 पार्षद रजुला सिंह और वार्ड 32 पार्षद नसरीन बानो का नामांकन पत्र रिटर्निंग अधिकारी शंकर लाल सैनी ने खारिज कर दिया। रजुला सिंह को एक शपथ पत्र देना था, जो समय पर दे नहीं सकी थी, जबकि नसरीन बनो अपने आवेदन पत्र के साथ जमानत राशि (15 हजार रुपए) की रसीद नहीं जमा करवा सकी थी। इसके चलते इन दोनों के ही नामांकन पत्रों को आज खारिज कर दिया।
कांग्रेस पार्षदों की आज बाड़ेबंदी
कांग्रेस आज अपने सभी पार्षदों की बाड़ेबंदी करेगी। इन सभी पार्षदों को दोपहर में सिविल लाईन्स मंत्री प्रताप सिंह के निवास पर बुलाया गया है, जहां से उन्हें दोपहर करीब 3 बजे बाद सांगानेर मुहाना रोड स्थित मैजेस्टिक रिसोर्ट लेकर जाएंगे। इस दौरान सभी विधायक और विधायक प्रत्याशियों को भी बुलाया है। इनकी जिम्मेदारी होगी कि वे अपने-अपने क्षेत्र के सभी कांग्रेस और निर्दलीय (कांग्रेस समर्थित) को लेकर पहुंचे।
कांग्रेस को जीत के लिए 21 वोट की जरूरत
कांग्रेस को इस चुनाव में अगर जीत दर्ज करनी है तो उसे 21 वोटों की जरूरत है। वर्तमान में 146 सदस्याें में से कांग्रेस के खुद के 45 पार्षद है, जबकि 4 निर्दलीयों का सपोर्ट है। इस तरह कांग्रेस अभी अपने पास 53 वोट होने का दावा कर रही है। मेयर की जीत के लिए 74 वोट की जरूरत है। ऐसे में कांग्रेस की कोशिश रहेगी कि 21 और पार्षदों को अपने खेमे में जोड़-तोड़ करके शामिल किया जाए, ताकि जीत दर्ज की जा सके।
ये है चुनाव के आगे का शेड्यूल
नाम वापसी का समय : 7 नवंबर दोपहर 3 बजे तक
चुनाव चिह्न का आवंटन : 7 नवंबर को नाम वापसी के बाद
वोटिंग : 10 नवंबर को (सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक)
वोटिंग काउंटिंग व रिजल्ट : 10 नवंबर वोटिंग के तुरंत बाद
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जयपुर नगर निगम ग्रेटर में मेयर उम्मीदवार के चयन को लेकर दिनभर BJP में गहमागहमी रही। भाजपा प्रदेश कार्यालय में हाईवॉल्टेज ड्रामा चला। आखिरकार सबकी सहमति से रश्मि सैनी को मेयर उम्मीदवार बना दिया गया। इसमें वसुंधरा गुट की भी चली। सैनी के नाम की घोषणा के साथ ही प्रमुख दावेदार मानी जा रही कार्यवाहक मेयर शील धाबाई रोने लग गई। उनकी बेटी ट्विकल ने हंगामा किया। यहां तक कह दिया कि BJP थर्ड क्लास पार्टी है। (पूरी खबर पढ़ें)
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