भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने नेशनल प्रोजेक्ट कंस्ट्रक्शन कार्पोरेशन लिमिटेड (NPCC) के प्रोजेक्ट मैनेजर अमृतलाल मीणा को 1 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है। यह कार्रवाई जयपुर में आमेर रोड स्थित राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान (NIA) में शुक्रवार को की गई। आरोपी ने ठेकेदार का बिल पास करने के एवज में रिश्वत मांगी थी। डीजी बीएल सोनी ने इसकी पुष्टि की है।
अमृतलाल मूल रूप से सवाईमाधोपुर में मंडावरी का रहने वाला है। जयपुर में प्रताप नगर इलाके में गोनेर रोड पर सरस्वती अपार्टमेंट में फ्लैट लेकर रहता है। वह AEN रैंक का अफसर है। राजस्थान में सेंट्रल गर्वनमेंट की नेशनल प्रोजेक्ट कंस्ट्रक्शन कार्पोरेशन लिमिटेड का प्रोजेक्ट मैनेजर है। यह एजेंसी केंद्र से जुड़े सरकारी भवनों में कंस्ट्रक्शन का काम करती है। यहां काम अमृतलाल मीणा ने संभाल रखा था। वह पिछले करीब 5 साल से जयपुर में है।
NIA में कंस्ट्रक्शन का बिल पास करने की एवज में मांगी 1 लाख की रिश्वत
डीजी सोनी के मुताबिक, पिछले दिनों एक ठेकेदार ने ACB मुख्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी। उसने बताया कि जयपुर में आमेर रोड पर जोरावर सिंह गेट के पास राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान में कंस्ट्रक्शन वर्क करवाया था। इसका बिल करीब 24 लाख 27 हजार रुपए बना। इसमें साढ़े चार प्रतिशत कमीशन के हिसाब से प्रोजेक्ट मैनेजर अमृतलाल मीणा अपना 1 लाख रुपए का हिस्सा मांग रहा था। इससे पहले भी वह कई बार ठेकेदार को परेशान कर चुका था।
कंस्ट्रक्शन साइट पर ही पकड़ा गया
एडीजी दिनेश एमएन के निर्देशन में शिकायत की जांच जयपुर देहात ACB के प्रभारी एएसपी नरोत्तम वर्मा को सौंपी गई। सत्यापन में शिकायत सही मिलने पर शुक्रवार को ट्रैप किया गया। जानकारी के अनुसार अमृतलाल मीणा ने NIA में भी अपना अस्थायी ऑफिस बना रखा था।
वह शुक्रवार को यहां काम देखने पहुंचा था। यहीं पर ठेकेदार को रकम लेकर बुला लिया। रिश्वत में 1 लाख रुपए लेकर उसने अपने पास रखा। तभी इशारा मिलने पर ACB के पुलिस इंस्पेक्टर नीरज भारद्वाज की टीम ने घूसखोर अमृतलाल मीणा को धर-दबोचा। रिश्वत की रकम बरामद कर ली गई है। उसके ठिकानों पर तलाशी ली जा रही है।
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