राजस्थान में संविदा पर कम्प्यूटर शिक्षक भर्ती किए जाने के विरोध में दिल्ली में बेरोजगार युवाओं का पिछले 22 दिनों से प्रदर्शन चल रहा है। बेरोजगार महासंघ ने कांग्रेस सरकार को 15 जुलाई तक मांगे मानने का समय दिया है। इसके बाद वे उत्तरप्रदेश में कांग्रेस महासचिव प्रियंका के दौरे में पहुंच कर विरोध प्रदर्शन करेंगे। दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे बेरोजगार युवाओं का कहना है कि सरकार 22 दिनों से सो रही है और राजस्थान के युवा दिल्ली की सड़कों पर है। राजस्थान सरकार ने एक महीने पहले ही कम्प्यूटर शिक्षक बनाने का फैसला लिया था। इसके बाद 10453 पदोें पर संविदा के आधार पर भर्ती को मंजूरी दे दी थी। संविदा पर भर्ती निकालने का ही बेरोजगार युवा विरोध कर रहे है।
दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव ने बताया कि दिल्ली में विरोध प्रदर्शन का आज 22वां दिन है। पिछले 21 दिनों से सरकार की ओर से कोई वार्ता नहीं की गई है और कोई बातचीत के लिए नहीं आया है। गर्मी, बारिश के बीच युवा प्रदर्शन कर रहे है। सरकार जिद पर अड़ी हुई है। उन्होंने बताया कि उत्तरप्रदेश में योगी सरकार ने संविदा पर भर्ती निकाली थी। जिसके बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने संविदा भर्ती का विरोध किया था। तब उत्तरप्रदेश में सरकार ने फैसले को बदलते हुए नियमित भर्ती निकालने का फैसला किया। उन्होंने बताया कि कांग्रेस सरकार उत्तरप्रदेश में संविदा भर्ती का विरोध कर रही है, राजस्थान में सरकार खुद संविदा भर्ती निकाल रही है।
16 जुलाई से उत्तरप्रदेश में करेंगे कूच
उपेन यादव ने बताया कि सरकार को मांगे मानने के लिए 15 जुलाई तक का समय दिया गया है। इसके बावजूद सरकार ने मांगे नहीं मानी तो वे 16 जुलाई से उत्तरप्रदेश की ओर कूच करेंगे। 16 जुलाई से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का उत्तरप्रदेश में दौरा है। वे दौरे के दौरान सभाओं में पहुंच कर विरोध करेंगे। राजस्थान में 65 हजार से अधिक स्कूल है। सैकंडरी व सीनियर सैंकडरी के 15 हजार स्क्ूल है। 11 हजार स्कूलों में कम्प्यूटर की लैब है। कम्प्यूटर शिक्षक नहीं बनने से ये सभी लैब बेकार पड़ी है।
कम्प्यूटर शिक्षक का नाम बदला
सरकार ने कम्प्यूटर शिक्षक का नाम नहीं देकर पदनाम कम्प्यूटर अनुदेशक और वरिष्ठ कम्प्यूटर अनुदेशक किया है। बेरोजगार कम्प्यूटर शिक्षकों ने संविदा भर्ती कर विरोध करते हुए नियमित भर्ती की मांग की है। मुख्यमंत्री की मंजूरी के बाद शिक्षा विभाग में 9862 बेसिक कम्प्यूटर अनुदेशक ओर 591 वरिष्ठ कम्यूटर अनुदेशक के पद निकाले गए। बेसिक कम्प्यूटर अनुदेशक को हर महीने 18500 रुपए, वरिष्ठ कम्प्यूटर अनुदेशक कोे 23700 रुपए और प्रमोशन पर आने वाले वरिष्ठ कम्प्यूटर अनुदेशक को 33800 रुपए ही महीने दिए जाएगें।
2009 में संविदा पर 3 हजार कम्प्यूटर शिक्षक लगाए, 5 साल बाद हटाए
2009 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने संविदा पर 3 हजार से अधिक कम्प्यूटर शिक्षक लगाए थे। इन्हें 2014 में हटा दिया गया था। भाजपा सरकार ने चुनावी घोषणा में भर्ती करने की बात कहीं थी, लेकिन भर्ती नहीं की। गहलोत सरकार ने 2019-20 में राज्य बजट में भी घोषणा की थी कि 10 हजार से अधिक पदों पर कम्प्यूटर शिक्षक की भर्ती करेंगे। तब राज्य सरकार ने ठंडे बस्ते में डाल दिए। सरकार ने अब संविदा पर कम्प्यूटर अनुदेशक की भर्ती निकाली।
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