राजस्थान में पिछले 1 साल में 5 बड़ी भर्ती परीक्षाएं हुईं। पांचों परीक्षाओं के पेपर आउट हुए हैं। तमाम कोशिशों के बावजूद सरकार नकल गिरोह पर शिकंजा नहीं कसा जा सका। एक के बाद एक परीक्षा में नकल गिरोह नए-नए हथकंडे अपनाते हुए पकड़े गए। रीट में प्रदेशभर में इंटरनेट बंद किया। लेकिन कई ऐसी खबरें आईं, जो शर्मसार करने वाली थीं। जिन पुलिसकर्मियों के पास सुरक्षा का जिम्मा था, उनके मोबाइल पर परीक्षा से पहले पेपर आ चुका था। उनकी पत्नियां रीट का एग्जाम दे रही थीं।
चप्पल में मोबाइल और ब्लूटूथ से नकल करवाने वाले गिरोह की कारस्तानी भी इस ओर इशारा करती है कि पेपर बाहर आ चुका था। तभी ऐसी चीटिंग के बंदोबस्त किए गए। डमी कैंडिडेट उतारने वाले गिरोह भी परीक्षा में सक्रिय रहे। ऐसे में देश के एरिया के हिसाब से सबसे बड़े राज्य और सबसे ज्यादा बेरोजगारी वाले प्रदेशों में शामिल राजस्थान में युवाओं का भविष्य सवालों के घेरे में है।
1 साल में 5 बड़ी भर्तियों की परीक्षा हुईं और पांचों के पेपर आउट हुए
राजस्थान में पिछले एक साल में 5 बड़ी भर्तियों की परीक्षा हुई। पांचों के पेपर आउट हुए। स्टूडेंट्स ने अलग-अलग परीक्षाओं के पेपर लीक होने के खुले आरोप लगाए हैं। बोर्ड ने भी कई परीक्षाओं को लीक माना है, लेकिन कुछ के पेपर लीक घोषित नहीं किए हैं। राजस्थान SI भर्ती परीक्षा, NEET-2021,JEN भर्ती परीक्षा-2021, पुस्तकालय अध्यक्ष ग्रेड-3 परीक्षा के बाद अब सबसे बड़ी परीक्षा REET का पेपर आउट होने की कई खबरें सामने आई हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि अब तक इस पेपर को माध्यमिक शिक्षा बोर्ड या सरकार ने लीक घोषित नहीं किया है।
ये हैं 5 परीक्षाएं जिनके पेपर लीक का है कलंक
रीट परीक्षा- राजस्थान का सबसे बड़ा कॉम्पिटिशन एक्जाम रीट 26 सिम्बर 2021 को दो पारियों में हुआ। लेवल-2 की परीक्षा सुबह 10 बजे से शुरू होनी थी। लेकिन सवाईमाधोपुर के गंगापुर सिटी में सुबह 8:32 बजे ही राजस्थान पुलिस के दो कांस्टेबल के मोबाइल पर पेपर आ चुका था। इन 2 कांस्टेबल की पत्नियां रीट का एग्जाम दे रही थीं। पुलिस ने ऐसी चार महिलाओं समेत 8 आरोपियों को पकड़ा, जिनके पास परीक्षा से पहले ही पेपर आ चुका था। सरकार ने दोनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है।
एसओजी एडीजी अशोक राठौड़ ने बताया कि पेपर लीक का मास्टरमाइंड जयपुर से गिरफ्तार हुआ। पेपर लीक गिरोह का सरगना देशराज था, जिसके मोबाइल से मिले नम्बरों के आधार पर पेपर लीक का खुलासा हुआ। पिछले दिनों वो 15 लाख रुपए में सौदा करते गिरफ्तार भी हुआ था। इसके अलावा बीकानेर में चप्पल में हाईटेक तरीके से मोबाइल और ब्लूटूथ से नकल की तैयारी भी पेपर लीक की ओर इशारा करती है। कई जगह डमी कैंडिडेट पकड़ में भी आए हैं।
पुलिस एसआई भर्ती परीक्षा- अलवर में ओएमआर शीट, बीकानेर में पेपर हुए सोशल मीडिया पर शेयर
15 सितम्बर को एसआई भर्ती परीक्षा आयोजित हुए। अलवर के स्कीम-4 के राजेन्द्र नगर में नेहरू बाल विद्यालय में सुबह की पारी में एक अभ्यर्थी ने ओएमआर शीट को ही सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। ओएमआर शीट पर हनुमानगढ़ के जयदेव शर्मा का नाम लिखा था। आरपीएससी की ओर से दर्ज एफआईआर के बाद पुलिस ने जयदेव को पकड़ लिया। उसने मोबाइल से एग्जाम सेंटर पर ओएमआर का फोटो और वीडियो बनाकर वायरल कर दिया था।
मामले में प्रिंसिपल समेत 4 कर्मचारियों को नोटिस भी दिए गए। अलवर एडीएम सिटी की ओर सो कोतवाली थाने में परीक्षा की गोपनीयता भंग करने का मामला भी दर्ज करवाया गया है। इसके अलावा बीकानेर के निजी स्कूल में प्रिंसिपल समेत 10 लोगों, जबकि जयपुर से 7 लोगों को नकल कराने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। बीकानेर पुलिस एसपी प्रीति चंद्रा ने मामले में कहा कि आरोपी स्कूल प्रिंसिपल ने परीक्षा शुरू होने के तुरंत बाद ही कुछ लोगों को वॉट्सऐप से पेपर शेयर कर दिया। फिर उन्होंने आंसर की तैयार करने के लिए इससे दूसरों को भेज दिया। एसओजी के अलर्ट करने के बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया।
नीट परीक्षा 2021- 12 सितम्बर परीक्षा का आयोजन किया गया। जयपुर के राजस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी-RIET में यह पेपर आउट हुआ। पुलिस के मुताबिक नीट परीक्षा पेपर 35 लाख रुपए में लीक करना तय हुआ था। जयपुर पुलिस के मुताबिक पेपर 2 बजे शुरू हुआ। 2.30 बजे वॉट्सऐप से आउट हो गया। पेपर खुलते ही सीकर पहुंच गया था। फिर सीकर में बैठे एक्सपर्ट्स ने डेढ़ घंटे में उत्तर हल करके स्टूडेंट्स तक पहुंचा दिए थे। मामले में 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इस मामले का मास्टरमाइंड कोचिंग संचालक नवरत्न स्वामी को बताया जा रहा है। देशभर में ये परीक्षा 3800 से ज्यादा परीक्षा केंद्रों पर हुई थी। नीट परीक्षा के लिए 16.14 लाख कैंडिडेट्स ने अप्लाई किया था। NEET UG एग्जाम पहली बार 13 भाषाओं में हुआ था। नीट का कुवैत में भी एक नया परीक्षा केन्द्र खोला गया था।
जेईएन भर्ती परीक्षा की कैंसिल- जेईएन भर्ती परीक्षा प्रदेश के अलग-अलग शहरों में 6 दिसंबर 2020 को हुई। जेईएन भर्ती परीक्षा को राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने पेपर लीक मानते हुए कैंसल कर दिया। बोर्ड अब इस परीक्षा को नए सिरे से करवाएगा। बोर्ड ने 533 जेईएन पदों पर भर्ती के लिए जयपुर, जोधपुर, अजमेर, कोटा, भरतपुर, बीकानेर और उदयपुर में परीक्षा करवाई थी। जिसमें कुल 31,752 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी थी। पेपर लीक होने पर ABVP ने बोर्ड कार्यालय और विश्वविद्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन भी किया था।
राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने इसे लेकर रैली निकालकर परीक्षा रद्द कराने की मांग की थी। आरोप लगाया कि परीक्षा होने से पहले ही पेपर वॉट्सएप पर वायरल हो गया था। जबकि कुछ अभ्यर्थियों के मेल पर पेपर आ चुका था। अभ्यर्थियों ने वह मेल आईडी भी लिखी है, जिस पर पेपर परीक्षा से पहले आ गया। भरतपुर में भी पेपर आउट करने वाले गिरोह को पकड़ा गया। जयपुर में बोर्ड अफसरों ने कैंडिडेट्स की शिकायत को जांच कर कानूनी कार्रवाई के लिए सांगानेर थाने भेजा था।
पुस्तकालय अध्यक्ष ग्रेड-3 2018 सीधी भर्ती परीक्षा भी हुई थी कैंसल
29 दिसम्बर 2019 को परीक्षा का आयोजन किया गया। इस परीक्षा से 2 घंटे पहले ही पेपर आउट हो गया था। मामले के सरगना ने वाट्सएप पर एक ग्रुप (जय श्रीकृष्ण) बनाकर 5 लोगों को जोड़ा। फिर ग्रुप पर सुबह 9 बजे पेपर शेयर किया। आरोपियों ने प्रिंटआउट लेकर महिला अभ्यर्थियों को दिए थे। फिर इसी ग्रुप में आंसर की भी शेयर की। सीकर के करीब 50 अभ्यर्थियों से पेपर के बदले पैसे लेने की बात सामने आई । पेपर आउट होने के कारण ही पुस्तकालयाध्यक्ष ग्रेड थर्ड सीधी भर्ती परीक्षा 2018 रद्द कर दी गई।
राजधानी जयपुर, कोटा और अजमेर में पेपर आउट की वजह से राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड जयपुर ने परीक्षा निरस्त करने के आदेश जारी किए। 19 सितम्बर 2020 को फिर से यह परीक्षा करवाई गई। जिसमें फिर से पेपर आउट और नकल के आरोप लगे। जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की कार्रवाई में पेपर लीक गिरोह का पर्दाफाश हुआ। पुलिस ने केस में दो युवतियों समेत 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। जांच-पड़ताल के बाद पुलिस ने पेपर आउट माना था। बताया जाता है कि इसका पेपर 5-5 लाख रुपए में बिका था। पुलिस कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच और जिला उत्तर की स्पेशल टीम ने जयपुर के विद्याधर नगर में दबिश देकर इसका पर्दाफाश किया। 2 अभ्यर्थी युवतियों, 1 हॉस्टल केयरटेकर सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव के अनुसार इस कार्रवाई में एक प्रिंटर, लैपटॉप, मोबाइल और नकदी बरामद की गई।
पेपर लीक और फर्जीवाड़े के खिलाफ सख्त कानून बनाने की मांग
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पेपर लीक और नकल पर रोक लगाने के लिए मरूसेना के प्रदेश अध्यक्ष ने एडवोकेट जयन्त मूंड ने एक पत्र भेजा है। जिसमें पेपर लीक और फर्जीवाड़े को लेकर सख्त कानून बनाने की मांग रखी है। ताकि मेहनत करने वाले बेरोजगारों को उनका हक मिल सके और फर्जीवाड़ा करने वाले लोगों को जेल की सलाखें मिल सकें। इन घटनाओं के दोषियों को गैर जमानती धाराओं में लेकर उम्र कैद की सजा का कानून बनाने की मांग की गई है।
प्रदेश के लाखों बेरोजगारों के दिल पर क्या गुजरती होगी
पत्र में लिखा गया है कि भारत के सबसे बड़े राज्य और सबसे बड़े बेरोजगारी वाले राजस्थान प्रदेश में कानून को धत्ता बताकर लगातार पेपर आउट, फर्जीवाड़े की घटनाएं बढ़ गई हैं। आज प्रदेश के लाखों बेरोजगार घर से दूर छोटे-छोटे कमरों में कई सालों से तैयारी कर रहे है। कोचिंग से लेकर किताबें और कमरे से लेकर खाने, परीक्षा फॉर्म से लेकर 300 किमी दूर परीक्षा देने के लिए लाखों रुपए खर्च करने के बाद जब पेपर आउट हो जाते हैं, तो उस बेरोजगार के दिल पर क्या गुजरती होगी, जो नौकरी के सपने संजोए सैकड़ों किलोमीटर परीक्षा देने जाता है। परीक्षा के नाम पर इंटरनेट बन्द,औरतों के गहने,सुहाग की निशानी और साड़ियां तक उतरवाई जा रही हैं, तो वहीं लड़कों को बनियान में परीक्षाएं दिलवाई गईं। फिर भी पेपर आउट,फर्जीवाड़ा रुक नहीं रहा है। इन घटनाओं से प्रदेश की लचर कानून व्यवस्था और सरकार की नाकामियां साफ-साफ झलक रही है।
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