जयपुर में फरारी काट रहे पंजाब के गैंगस्टर की पुलिस से मुठभेड़ हो गई। दोनों तरफ से हुई फायरिंग में बदमाश के पैर में गोली लगी है। पुलिस ने गैंगस्टर को गिरफ्तार कर हॉस्पिटल में भर्ती कराया है। एनकाउंटर रविवार दोपहर ढाई बजे रामनगरिया इलाके की ज्ञान विहार कॉलाेनी में हुआ है।
एडिशनल डीसीपी क्राइम सुलेश चौधरी ने बताया कि गैंगस्टर राज हुड्डा पिछले कुछ दिनों से जयपुर में छिपा था। पंजाब पुलिस को एक दिन पहले रविवार को गैंगस्टर के जयपुर में होने की जानकारी मिली। आज सुबह ही पंजाब पुलिस के एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) के डीएसपी विक्रम बराड़ ने लोकल पुलिस से मदद मांगी थी। इस पर कमिश्नरेट स्पेशल टीम (CST)- एंटी टेरर स्क्वॉयड (ATS) की मदद से दोपहर 2.30 बजे बदमाश राज हुड्डा को पकड़ने के लिए उसके कमरे पर दबिश दी।
इस दौरान बदमाश ने भागने का प्रयास किया, जिसे पंजाब पुलिस घेर लिया। बदमाश ने पुलिस पर फायरिंग की। पंजाब पुलिस की जवाबी फायरिंग में गैंगस्टर के पैर पर गोली लगी। पुलिस बदमाश को पकड़कर पास के प्राइवेट हॉस्पिटल में ले गई। जहां से उसे एसएमएस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। एसएमएस के अतिरिक्त अधीक्षक राजेंद्र बागड़ी ने बताया- गोली घुटने से आर-पार हो गई है। इस दौरान उसके कई टिशु डैमेज हुए हैं। जिन्हें ऑपरेट किया जाएगा।
फायरिंग की आवाज सुनकर घरों में घुसे लोग
कॉलोनी में फायरिंग की आवाज सुनकर पहले लोग बाहर आए, लेकिन पुलिस को देखकर वापस घरों में घुस गए। थोड़ी देर तो लोग समझ ही नहीं पाए की क्या हो रहा है? लोगों ने बताया कि पुलिस ने बदमाश को पकड़ने के लिए माइक पर भी आवाज लगाई, लेकिन बदमाश नहीं माना।
स्टूडेंट बनकर लिया था किराए पर कमरा
गैंगस्टर राज हुड्डा ने कमरा अपने आप को एक शिक्षण संस्थान का स्टूडेंट बताकर लिया था। उसके साथ दो स्टूडेंट और थे। मकान मालिक से कहा था वे स्टूडेंट है और यहां पढ़ने के लिए आए हैं। मकान मालिक ने इनका पुलिस वेरिफिकेशन नहीं कराया और कमरा किराए पर दे दिया। गैंगस्टर के साथ हैप्पी और साहिल से भी पुलिस पूछताछ कर रही है।
केंद्रीय एजेंसियों और राजस्थान पुलिस के साथ ऑपरेशन
मुठभेड़ के बाद रामजन खान उर्फ राज हुड्डा के पकड़े जाने की पुष्टि पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने की। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि पंजाब पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का राजस्थान पुलिस के साथ ऑपरेशन सफल रहा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि डेरा प्रेमी की हत्या में शामिल राज हुड्डा को मुठभेड़ के बाद पकड़ लिया गया है।
जानिए- पंजाब पुलिस के लिए क्यों था हुड्डा मोस्ट वाॅन्टेड
रोहतक निवासी आरोपी राज हुड्डा का 2004 में जन्म हुआ था।10 नवंबर को श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी केस के आरोपी डेरा प्रेमी प्रदीप सिंह की पंजाब के फरीदकोट में हत्या कर दी गई। प्रदीप को उस समय निशाना बनाया गया, जब वह अपनी डेयरी ( दुकान) खोल रहा था। 2 मोटरसाइकिल सवार 5 बदमाशों ने उन पर कई गोलियां चलाईं। इस हमले में गनमैन समेत तीन लोग जख्मी हो गए हैं। इनमें पास का एक दुकानदार भी शामिल था। उधर, इस हत्या की जिम्मेदारी गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने ली थी। गोल्डी बराड़ पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला के कत्ल का मास्टरमाइंड है।
बिना नंबर प्लेट की बाइक से आए थे, रेकी की थी
डेरा प्रेमी को मारने बदमाश बिना नंबर की बाइक पर आए थे। पुलिस का कहना है कि जिस तरह से डेरा प्रेमी की हत्या की गई थी, उससे लगता है कि बदमाशों ने रेकी की थी। उन्हें पता था कि प्रदीप सुबह के वक्त डेयरी खोलता है। सीसीटीवी फुटेज में बदमाश वहीं घूमकर इंतजार करते देखे गए थे। जैसे ही डेरा प्रेमी ने दुकान खोली तो उसकी गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थीं।
गैंगस्टर ने कहा था- बेअदबी का इंसाफ नहीं मिला, इसलिए हत्या की थी
सोशल मीडिया पोस्ट में गोल्डी बराड़ के नाम से दावा किया गया था कि उन्हें बेअदबी केस में इंसाफ नहीं मिला, इसलिए ऐसा करना पड़ा। इस पोस्ट में गनमैन के घायल होने पर अफसोस जताया था। बेअदबी के आरोपियों की सुरक्षा देने पर सवाल उठाए गए थे। हालांकि, यह पोस्ट बराड़ ने की या किसी और ने, पंजाब पुलिस की साइबर सेल इसकी जांच कर रही है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.