कटौती:रेलवे ने कंसेशन शुरू नहीं किया, करंट बुकिंग पर मिलने वाली 10% छूट भी बंद की

जयपुर2 महीने पहलेलेखक: ​​​​​​​शिवांग चतुर्वेदी
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वहीं अभी भी सबसे अधिक उपयोग में ली जाने वाली सीनियर सिटीजन सहित 188 रियायतें अघोषित बंद हैं।  - Dainik Bhaskar
वहीं अभी भी सबसे अधिक उपयोग में ली जाने वाली सीनियर सिटीजन सहित 188 रियायतें अघोषित बंद हैं। 

अगर आप ट्रेन से यात्रा करने वाले हैं, तो यह खबर आपसे जुड़ी है। ऐसा इसलिए क्योंकि रोजाना ढ़ाई करोड़ लोगों की राह को आसान बनाने वाली रेलवे इन दिनों सिर्फ कमाई की गणित में जबरदस्त व्यस्त है। कोविड के दौरान जहां एक ही रूट की दो ट्रेनों में स्पेशल के नाम पर अलग-अलग वसूला जा रहा था। वहीं अभी भी सबसे अधिक उपयोग में ली जाने वाली सीनियर सिटीजन सहित 188 रियायतें अघोषित बंद हैं।

वहीं अब रेलवे ने वर्ष 2016 से दी जा रही फर्स्ट चार्ट बनने के बाद बची हुई सीटों के लिए करंट बुकिंग पर 10 फीसदी छूट को भी खत्म कर दिया है। यानि अब करंट बुकिंग वाली टिकट पर यात्रियों को पूरा किराया देना होगा। इस संबंध में रेलवे बोर्ड के डायरेक्टर (पीएम) विपुल सिंघल ने उत्तर पश्चिम रेलवे की प्रिंसिपल सीसीएम अर्चना श्रीवास्तव सहित सभी जोनल रेलवेज को निर्देश भी जारी कर दिए हैं।

वीवीआईपी को मुफ्त टिकट सुविधा जारी
कोरोना से पहले ट्रेनों में यात्रियों को टिकट पर 303 तरह की रियायत दी जा रही थी। लेकिन सीनियर सिटीजन, पत्रकार, पुलिस सहित अन्य रियायतों को बंद कर फिलहाल 115 तरह की रियायत दी जा रही हैं। सरकार द्वारा केंद्रीय मंत्री, राज्य मंत्री, सांसद और विधायक को रेल/हवाई यात्रा मुफ्त में कराई जा रही है। ये सुविधा ना सिर्फ वर्तमान बल्कि पूर्व सांसद को भी दी जाती है।

जबकि अगर कोई एक दिन भी सांसद रहा हो, तो उसे रेलवे मुफ्त यात्रा की सुविधा देता है। इसके पीछे दलील दी जा रही है कि वो जन प्रतिनिधि हैं, इसलिए वे यात्रा भी जनता के लिए करते हैं। ऐसे में उन्हें मुफ्त यात्रा करवाई जा रही है। वहीं रेलवे द्वारा बीएसएफ सहित सभी डिफेंड कर्मियों को किराए में छूट दी जा रही है। लेकिन राजस्थान सहित अन्य राज्यों के पुलिस कर्मियों को किराए में किसी भी प्रकार की छूट नहीं दी जा रही है। इसे भी कोरोना के कारण बंद किया हुआ है।

ऐसे समझें... रिजर्वेशन एक्सपर्ट अजय कश्मीरी ने बताया कि वर्ष 2016 में रेलवे बोर्ड ने आदेश दिया था कि ट्रेन चलने से चार घंटे पहले बनने वाले चार्ट के बाद अगर ट्रेन में किसी भी क्लास में सीटें खाली रह जाती हैं और इसके बाद भी अगर कोई यात्री करंट में रिजर्वेशन कराता है, तो उसे रिजर्वेशन कराने पर किराए में 10 फीसदी की छूट दी जाएगी। उदाहरण के लिए अगर जयपुर से दिल्ली जाने का स्लीपर का किराया ₹240 है, तो यही किराया चार्ट बन जाने के बाद करंट बुकिंग में टिकट लेने पर ₹222 में यात्रियों को मिलता था। लेकिन अब रेलवे द्वारा दी जा रही ये रियायत से बंद कर दी गई है।