भरतपुर जिले के कुम्हेर कस्बे में रविवार को संत रविदास सेवा समिति की तरफ से हुए सामूहिक विवाह सम्मेलन में 11 नवविवाहित जोड़ों का धर्म परिवर्तन करवाकर हिन्दू धर्म से बौद्ध धर्म ग्रहण करवाने पर सियासी बवाल मच गया है। सभी नवनिवाहित वर-वधू को 22 शपथ दिलाकर हिन्दू धर्म का त्याग करने की वीडियोग्राफी भी करवाई गई। मामला उजागर होने पर बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा- कांग्रेस सरकार के शासन में राजस्थान में धर्मांतरण की घटनाएं पहले होती रही हैं, लेकिन अभी यह लगता है कि बहुत सुनियोजित (वेल प्लांड) तरीके से हो रही हैं l उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा- धर्मांतरण हमारी धार्मिक संस्कृति पर सीधा हमला है। कांग्रेस सरकार के संरक्षण में धर्मांतरण करने वाला गिरोह हिन्दू देवी-देवताओं के खिलाफ लोगों को भड़काने का षड़यंत्र कर रहा है।
मुख्यमंत्री का ऐसी घटनाओं के लिए नजरिए अलग
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा-मुख्यमंत्री का ऐसी घटनाओं के प्रति नजरिया अलग हो सकता है, लेकिन राजस्थान में धर्मांतरण की घटनाओं में एक साथ बढ़ोतरी हुई है। पहले धर्मांतरण कभी कभार होते थे। पिछले दिनों राजधानी जयपुर में भी धर्मांतरण होना बड़ी चुनौतीपूर्ण बात है। ईसाई और इस्लाम दो कन्वर्जन आमतौर पर एस्टेब्लिश हैं। जिसके बारे में घटनाएं आती हैं। लेकिन नीचे धरातल पर विग्रह पैदा करना, देवी देवताओं का अपमान करना, दूसरे धर्म के प्रति प्रेम (अनुरक्ति) पैदा करना, इस तरीके का वाकया मुझे लगता है कि प्रदेश में बड़े पैमाने पर हुआ है।
पूनिया ने कहा- ये तभी होता है जब समाज, धर्म और आस्था के खिलाफ तत्वों को मौका मिलता है। जब उन पर सख्ती नहीं होती है। सरकार की ओर से कोई प्राथमिकता नहीं होती कि इस तरह के मतांतरण की घटनाओं को प्रेरित करने वाले एपिसोड होंगे। तो उन्हें पुलिस, प्रशासन और सरकार किस तरह रोकेंगे। इस पर सरकार ने पिछले कई सालों से ना तो कोई एक्शन लिया, ना प्लान बनाया है। यह चिन्ताजनक है क्योंकि इस तरह की घटनाओं से समाज में लोगों का मनोबल गिरता है, निराशा आती है और विग्रह भी पैदा होता है।
कांग्रेस सरकार के संरक्षण में धर्मांतरण करने वाला गिरोह
''बारां और जयपुर के बाद भरतपुर में सामूहिक विवाह जैसे आयोजन में धर्म परिवर्तन का मामला सामने आना हमारी धार्मिक संस्कृति पर सीधा हमला है। कांग्रेस सरकार के संरक्षण में धर्मांतरण करने वाला गिरोह लगातार हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ लोगों को भड़काने का षड्यंत्र कर रहा है। राज्य सरकार धर्मांतरण के मामलों को गंभीरता से लें और धर्म परिवर्तन कराने वाले गिरोह के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करें।''- राजेंद्र राठौड़, उपनेता प्रतिपक्ष, राजस्थान विधानसभा
क्या है पूरी घटना ?
भरतपुर के कुम्हेर कस्बे में रविवार को संत रविदास सेवा समिति की तरफ से हुए सामूहिक विवाह समारोह में 11 जोड़ों को धर्म परिवर्तन करवाकर बौद्ध धर्म ग्रहण करवा दिया गया। इस दौरान उन्हें 22 शपथ दिलवाई गईं। निजी मैरिज होम में हुए समारोह में डीग कस्बे के सरकारी अधिकारी भी मौजूद थे। बताया जाता है कई जनप्रतिनिधियों ने भी कार्यक्रम में शिरकत की। सामूहिक विवाह कार्यक्रम के बाद जब अधिकारी और जनप्रतिनिधि चले गए तब आयोजकों ने 11 जोड़ों को शपथ दिलाई। सभी जोड़ों ने बौद्ध धर्म अपनाने की शपथ दिलाते हुए वीडियोग्राफी भी करवाई गई। तब पुलिस-प्रशासन को घटना की कोई खबर नहीं लगी। बाद में मामला उजागर होने पर वीडियो ग्राफी भी सामने आ गई। घटना के बाद विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल जैसे संगठनों ने भी आपत्ति जताते हुए धर्मांतरण की इस घटना को देश की अखंडता के लिए खतरा बताया है। साथ ही आयोजकों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही करने की मांग की है।
सामूहिक विवाह सम्मलेन में ये शपथ दिलाई गईं
– मैं ब्रह्मा, विष्णु, महेश को कभी ईश्वर नहीं मानूंगा और न ही इनकी पूजा करूंगा।
– मैं राम को ईश्वर नहीं मानूंगा और उनकी पूजा नहीं करूंगा।
– मैं गौरी गणपति आदि हिंदू धर्म के किसी भी देवी देवता को ईश्वर नहीं मानूंगा।
– मैं बुद्ध की पूजा करूंगा।
– ईश्वर ने अवतार लिया है उस पर मेरा विश्वास नहीं है।
– मैं ऐसा कभी नहीं कहूंगा कि भगवान बुद्ध विष्णु के अवतार हैं।
– मैं ऐसी प्रथा को पागलपन और झूठा समझता हूं।
– मैं कभी पिंड दान नहीं करूंगा।
– मैं बुद्ध धर्म के विरोध में कभी कोई बात नहीं करुंगा।
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