बंगाल की खाड़ी में आए सिस्टम के कारण राजस्थान के दक्षिणी हिस्से में भारी बारिश हुई। बांसवाड़ा, झालावाड़, सिरोही, उदयपुर में पिछले 24 घंटे के दौरान 4 से 7 इंच तक पानी बरसा। बारिश से नदियों में पानी की आवक बढ़ गई, बांध ओवरफ्लो हो गए। मंगलवार शाम को बांसवाड़ा के माही डैम के 6 गेट खोलकर पानी छाेड़ा गया।
झालावाड़ में परवन व कालीखार नदी के उफान पर आने से ग्रामीण इलाकों का डिस्ट्रिक्ट हेड क्वार्टर से संपर्क टूट गया। इधर, जयपुर में सोमवार देर रात से रुक- रुक कर बारिश का दौर चल रहा है। मौसम विभाग ने आज भी सिरोही, जालोर, उदयपुर, डूंगरपुर में रेड अलर्ट जारी किया है।
राज्य में 24 घंटे के दौरान सबसे ज्यादा बरसात बांसवाड़ा जिले के भूंगड़ा में 180MM (7 इंच से अधिक) दर्ज की गई। माही डैम, जगपुरा, घाटोल, गढ़ी, कुशलगढ़ और दानपुर में भी अच्छी बरसात हुई। तेज बरसात के बाद यहां माही बांध का जलस्तर भी बढ़ गया। झालावाड़ के डग में 166MM (6 इंच से अधिक) भारी बारिश हुई।
मंत्री मालवीया ने दबाया पहला बटन
शाम करीब पौने 6 बजे माही डैम के गेट खोले गए। यहां पहले चार ही गेट खोलना तय था। जल संसाधन मंत्री महेंद्रजीतसिंह मालवीया ने पहला गेट खोलने वाला बटन दबाया। इसके बाद कलेक्टर प्रकाशचंद्र शर्मा, SP राजेश कुमार मीणा, सभापति जैनेंद्र त्रिवेदी, पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष सोहन लाल मेहता और माही के ACE भुवन भास्कर ने यहां पर एक-एक कर गेट खोले।
फिलहाल 6 गेट आधा-आधा मीटर खुले हुए हैं, जिससे करीब 16 हजार 633 क्यूसेक पानी माही नदी होकर गुजरात जा रहा है। वहीं शाम 5 बजे माही नदी से 19 हजार 211 क्यूसेक पानी और एराव नदी से 9 हजार 600 क्यूसेक पानी की आवक बनी हुई है। दूसरी ओर बिजली उत्पादन के लिए बेक वाटर से 4700 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
परवन व कालीखार नदी उफान पर
झालावाड़ के कई हिस्सों में हुई तेज बारिश के बाद परवन व कालीखार नदी उफान पर है और यहां ग्रामीण इलाकों का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया। पुलिया पर पानी आने से पिड़ावा रामपुरिया, सुसनेर का रास्ता बंद हो गया है।
यहां कालीसिंध नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद कालीसिंध बांध के मंगलवार को 8 गेट खोले गए हैं, जिनसे 98 हजार 388 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। खानपुर एरिया में तेज बारिश के बाद भीमसागर बांध के भी 1 गेट के जरिए 4 हजार क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा जा रहा है। इधर, छापी बांध के भी 5 गेट खोलकर पानी निकासी की जा रही है।
माउंट आबू में फिर बहने लगी नदियां
सिरोही जिले के कई हिस्सों में सोमवार रात अच्छी बरसात हुई। माउंट आबू, वेस्ट बनास, शिवगंज, रेवदर, पिंडवाड़ा समेत कई जगहों पर 2 से 5 इंच तक पानी बरसा। तेज बारिश के बाद माउंट आबू की वादियों में एक बार फिर झरने बहते दिखाई दिए। यहां बारिश के बाद रोहिड़ा की सुकली और वेस्ट बनास तेज बहाव से बहने लगी। इधर, सिरोही के भुला, वासा और गोडाना बांध ओवरफ्लो हो गए।
कोटा में चंबल का जलस्तर बढ़ने के बाद कोटा बैराज के आज भी 2 गेट खोलकर 10 हजार 499 क्यूसेक, जबकि डूंगरपुर के सोमकमला अंबा बांध के 2 गेट से करीब 1600 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
जयपुर में रातभर से बारिश
राजधानी जयपुर में सोमवार रात से रुक-रुक कर रिमझिम बारिश का दौर चल रहा है। जयपुर शहर में रात से आज सुबह 9 बजे तक 5MM बरसात हुई। इसके अलावा ग्रामीण अंचल में रामगढ़ बांध पर 25, बस्सी में 23, जमवारामगढ़ में 22 और फुलेरा में 17MM बरसात हुई।
इन जिलों के लिए रेड अलर्ट
राजस्थान में सिरोही, जालोर, उदयपुर, डूंगरपुर जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा बांसवाड़ा, झालावाड़, कोटा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, पाली, राजसमंद, जोधपुर, बाड़मेर और जोधपुर जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं 17 अगस्त को बाड़मेर, जोधपुर और जैसलमेर जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
अब आगे क्या?
मौसम केन्द्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि बंगाल की खाड़ी से आया सिस्टम पूर्वी मध्य प्रदेश से होकर उत्तर-पश्चिमी दिशा की ओर बढ़ रहा है। ये कोटा के रास्ते राज्य में एंट्री करेगा और 12 से 16 घंटे के दौरान ये सिस्टम कमजोर पड़ने लगेगा।
इस सिस्टम के असर से अगले 12 घंटे के दौरान जयपुर शहर, दौसा, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाईमाधोपुर, टोंक, बूंदी, कोटा, बारां, झालावाड़, झुंझुनूं, चूरू, सीकर, नागौर, जालोर, जोधपुर, पाली, अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, सिरोही, उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और प्रतापगढ़ जिलों में मध्यम से तेज बरसात हो सकती है।
प्रदेश में इन जगहों पर हुई 40MM से ज्यादा बरसात
जगह | बारिश (MM) |
भूंगड़ा (बांसवाड़ा) | 180 |
माही डेम (बांसवाड़ा) | 87 |
गढ़ी (बांसवाड़ा) | 85 |
जगपुरा (बांसवाड़ा) | 85 |
घाटोल (बांसवाड़ा) | 70 |
कुशलगढ़ (बांसवाड़ा) | 70 |
दानपुर (बांसवाड़ा) | 60 |
सज्जनगढ़ (बांसवाड़ा) | 60 |
सलोपत (बांसवाड़ा) | 57 |
शेरगढ़ (बांसवाड़ा) | 48 |
शाहबाद (बारां) | 51 |
बारां शहर | 42 |
हलैना (भरतपुर) | 51 |
जैतपुरा (भीलवाड़ा) | 43 |
नैनवां (बूंदी) | 42 |
बूंदी शहर | 47 |
वागन डैम (चित्तौड़गढ़) | 64 |
बड़ी सादड़ी (चित्तौड़गढ़) | 60 |
गंभीरी डैम (चित्तौड़गढ़) | 43 |
निम्बाहेड़ा (चित्तौड़गढ़) | 42 |
महुवा (दौसा) | 40 |
गलियाकोट (डूंगरपुर) | 63 |
सागवाड़ा (डूंगरपुर) | 62 |
गणेशपुर (डूंगरपुर) | 56 |
सोमकमला (डूंगरपुर) | 51 |
सायला (जालोर) | 80 |
भीनमाल (जालोर) | 63 |
डग (झालावाड़) | 166 |
असनावर (झालावाड़) | 97 |
रायपुर (झालावाड़) | 91 |
गंगधर (झालावाड़) | 90 |
पिड़ावा (झालावाड़) | 90 |
मनोहरथाना (झालावाड़) | 83 |
झालरापाटन (झालावाड़) | 80 |
झालावाड़ शहर | 69 |
मंडरायल (करौली) | 68 |
खातौली (कोटा) | 42 |
पीपलखूंट (प्रतापगढ़) | 102 |
दलोत (प्रतापगढ़) | 95 |
अरनोद (प्रतापगढ़) | 90 |
प्रतापगढ़ शहर | 66 |
छोटी सादड़ी (प्रतापगढ़) | 61 |
माउंट आबू (सिरोही) | 120 |
वेस्ट बनास (सिरोही) | 95 |
शिवगंज (सिरोही) | 70 |
आबूरोड (सिरोही) | 64 |
जयसमंद (उदयपुर) | 117 |
सलूंबर (उदयपुर) | 56 |
कानोड (उदयपुर) | 53 |
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