जयपुर को 13 साल बाद दहलाने की साजिश थी। ATS और पुलिस ने मिलकर इस साजिश को नाकाम कर दिया। पकड़े गए तीन आतंकी बम प्लांट कर अपने आका को वीडियो बना वॉट्सऐप करने वाले थे। इधर, तीनों ने जो पुलिस को कहानी बताई है, उस पर यकीन नहीं हो रहा। मामले की जांच एटीएस कर रही है। अभी तक मिली जानकारी में सामने आया कि यह तीनों कट्टरपंथी सोच वाले सूफा संगठन से जुड़े हैं। यह संगठन स्लीपर सेल की तरह काम करता है। सूफा संगठन के आका के कहने पर ही यह RDX लेकर जयपुर आए थे। एटीएस ने तीनों आरोपी जुबेर, सेफू और अल्तमस से पूछताछ शुरू कर दी है। इन तीनों के अलावा टोंक, चित्तौड़गढ़ और रतलाम से 5 संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ हो रही है।
एटीएस एडीजी अशोक राठौड़ ने बताया कि मध्य प्रदेश नंबर की बोलेरो गाड़ी से सिल्वर रंग का 6 किलोग्राम विस्फोटक व स्लेटी दानेदार 6 किलोग्राम विस्फोटक, तीन आरपेट घड़ी (डयूरासेल बैट्री लगी), वायर लगे हुए तीन कनेक्टर, एक प्लास्टिक शीशी, 6 छोटे बल्ब व वायर लगे, 4 पैकेट विस्फोटक पाउडर, बैट्री, एक बोलेरो गाड़ी, वायर सर्किट बरामद किए गए हैं। एटीएस की पकड़ में आए तीनों आरोपी रतलाम के आतंकी संगठन सूफा संगठन से जुड़े हैं। पुलिस ने जुबेर पुत्र फकीर मोहम्मद पठान (42) निवासी आनंद कालोनी, रतलाम (मध्य प्रदेश), सैफुल्ला उर्फ सेफू खान पुत्र रमजानी अली (34) निवासी रानीपुरा, ऑफिसर कालोनी रोड, रतलाम (मध्य प्रदेश), अल्तमस का पुत्र बशीर खान उम्र 26 साल निवासी रानीपुरा, ऑफिसर कॉलोनी रोड, पुलिस थाना दो बत्ती, जिला रतलाम (मध्य प्रदेश) को गिरफ्तार किया है। गुरुवार शाम तीनों आरोपियों को चित्तौड़गढ़ के जिला एवं सेंशन कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने तीनों आरोपियों को 8 दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपने के आदेश दिए है।
घर पर रखा था सारा विस्फोटक
अब तक की जांच में पुलिस को पता लगा कि आमीन पुत्र असलम निवासी रतलाम के घर पर ही विस्फोटक पाउडर रखा था। सूफा संगठन के अध्यक्ष इमरान के कहने पर ही आमीन के घर से ये सारा विस्फोटक पदार्थ लेकर आए थे। रतलाम से निकल कर ये तीनों बोलेरो से निंबाहेड़ा (चित्तौड़गढ़, राजस्थान) तक पहुंच गए। वहां पर पुलिस की नाकाबंदी में पकड़े गए।
अफीम तस्करों को पकड़ने के लिए थी नाकाबंदी
जांच में पता लगा कि पहले निंबाहेड़ा में पुलिस ने नाकाबंदी कर रखी थी। मध्य प्रदेश नंबर की बोलेरो गाड़ी को पुलिस ने अफीम तस्करों के शक में रोका। गाड़ी को रोकने के बाद तीनों आतंकी भागने लग गए। पुलिस ने तीनों को पकड़ लिया। इसके बाद पूछताछ की गई। फिर पुलिस ने गाड़ी को चेक किया। गाड़ी में विस्फोटक पदार्थ मिलने पर पुलिस भी हैरत में पड़ गई थी।
जयपुर से 10 किलोमीटर पहले जमीन में छिपाते
जांच में सामने आया कि जयपुर से करीब 10 किलोमीटर पहले ही एक पुलिया के पास विस्फोटक पाउडर नीचे दबा कर छिपाने की योजना थी। घड़ी व अन्य सामान को दूसरी जगह पर छिपा कर उसका वीडियो बनाकर आमीन को जुबेर के मोबाइल नंबर से वॉट्सऐप पर भेजने का प्लान था। अभी पुलिस को शक है कि वह सुनसान जगह पर क्यों रखेंगे। अब जयपुर की एटीएस टीम पूरे मामले की जांच कर रही है।
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