राजस्थान में चुनावी साल शुरू होने के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सक्रिय हो गई है। रविवार को राजे अपने तीन दिवसीय प्रवास पर मेवाड़ पहुंची। जहां सबसे पहले उदयपुर पहुंचने पर राजे का भाजपा कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके बाद राजे अपने समर्थकों के साथ सड़क मार्ग से डूंगरपुर के लिए रवाना हुई। जहां बेणेश्वर मेले में शामिल होने के बाद डेढ़ किलोमीटर तक पैदल चल राधा-कृष्ण मंदिर पहुंची। जहां उन्होंने महंत अच्युतानंद महाराज का आशीर्वाद लेकर लगभग डेढ़ घंटे तक पूजा-अर्चना की।
इस दौरान वसुंधरा राजे ने आम जनता को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे लगता है कि अब भी बहुत कुछ करना है। महाराज के आशीर्वाद से हम सब को यह विश्वास है। आज नहीं तो कल, कल नहीं तो परसों मावजी महाराज के आशीर्वाद से यह काम होने वाला है। बस आप लोग अपना आशीर्वाद बनाए रखो। वहीं मेले में आदिवासी महिला के आग्रह पर राजे ने तीर-कमान भी चलाया। उन्होंने कहा कि कोई लक्ष्य मनुष्य के साहस से बड़ा नहीं।
इस दौरान वसुंधरा राजे के साथ सांसद अर्जुन मीणा, कनकमल कटारा, विधायक दीप्ति माहेश्वरी, धर्मनारायण जोशी, ललित अस्तवाल, अर्जुन जीनगर, पूर्व मंत्री श्रीचंद कृपलानी, पूर्व विधान सभा अध्यक्ष शांति लाल चपलोत, पूर्व मंत्री हरी सिंह रावत, पूर्व विधायक नाना लाल आहारी, उदयपुर मेयर गोविन्द सिंह टाक, विधायक समा राम गरसिया, गोपी चंद मीणा, अमृत मीणा, हरेंद्र नीनामा, कैलाश मीणा समेत बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्त्ता मौजूद रहे।
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अपने तीन दिवसीय दौरे के दौरान 7 फरवरी तक डूंगरपुर, उदयपुर, बांसवाड़ा जिले के दौरे पर रहेंगी। रविवार को राजे उदयपुर और डूंगरपुर दौरे पर रही। सोमवार को राजे डूंगरपुर के सागवाड़ा से उदयपुर जाएंगी और उदयपुर में सामाजिक कार्यक्रमों में शामिल होगी। सोमवार को उदयपुर में ही रात्रि विश्राम के बाद मंगलवार शाम राजे जयपुर पहुंचेंगी।
राजे बोली- मैं भगवान भरोसे हूं
इससे पहले 3 फरवरी को वसुंधरा राजे ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर कहा था कि कभी-कभी लोग मजाक करते हैं। वो मेरे से कहते हैं कि ये वसुंधरा राजे हमेशा भगवान के भरोसे है। मैं तो कहती हूं, हां मैं भगवान भरोसे हूं। हम पूरा घर सजाकर छोड़ते हैं। फीता काटने का काम कांग्रेस करती है। वहीं इससे पहले 23 जनवरी को बीजेपी मुख्यालय पर लगे पोस्टर में 2 साल बाद एक बार फिर वसुंधरा राजे की एंट्री हुई थी। जिसके बाद से ही राजे के फिर से राजस्थान की राजनीति में सक्रीय होने के कयास लगाए जा रहे है।
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.