मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। गहलोत कोरोना की दूसरी लहर में भी संक्रमित हुए थे। उन्होंने ट्वीट करके कोरोना संक्रमित होने की जानकारी दी है। उन्हें वैक्सीन की दोनों डोज भी लगी है। इससे पहले उनके बेटे वैभव गहलोत भी बुधवार को पॉजिटिव आए थे।
गहलोत ने बताया कि गुरुवार शाम ही मैंने कोविड टेस्ट कराया था, यह पॉजिटिव आया है। मुख्यमंत्री को बेहद हल्के लक्षण हैं। सूत्रों के मुताबिक वे घर पर ही आइसोलेट हो गए हैं। उन्होंने संपर्क में आए लोगों को कोरोना टेस्ट कराने की सलाह दी है। गहलोत ने गुरुवार दोपहर को ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया था।
इधर, बढ़ते केस के चलते इन्वेस्टमेंट समिट राजस्थान स्थगित हो गई है। जयपुर में 24 और 25 जनवरी को सीतापुरा के जेईसीसी कन्वेंशन सेंटर में यह समिट होनी प्रस्तावित थी। इस समिट में देश और विदेशों से बहुत से बिजनेसमैन हजारों करोड़ का इन्वेस्टमेंट करने के लिए आने वाले थे। अब समिट की नई तारीख कोविड के हालात सुधरने पर ही घोषित की जाएगी। सूत्रों ने बताया मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने समिट पोस्टपोंड करने के निर्देश दिए हैं।
वहीं, राजस्थान में 5 दिन की रिपोर्ट देखें तो राज्य में 65 फीसदी टेस्टिंग बढ़ी है, लेकिन केस की संख्या में 800 फीसदी का इजाफा हुआ है। राजस्थान में स्थिति यह हो गई कि अब हर 10 मिनट में 13 मरीज पॉजिटिव मिल रहे हैं। 31 दिसंबर तक पॉजिटिविटी रेट 0.60 फीसदी थी, वह बढ़कर अब 3.33 फीसदी पर पहुंच गई।
राजस्थान कार्मिक विभाग के सचिव हेमंत गेरा ने बुधवार को आदेश जारी करते हुए जयपुर में सभी सरकारी ऑफिस में कर्मचारियों की 50 फीसदी उपस्थिति दर्ज करवाने के निर्देश दिए हैं। गृह विभाग की गाइडलाइन के तहत यह आदेश जारी किए गए है। नए आदेशों के बाद अब 50 फीसदी कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम करेंगे।
मेडिकल हेल्थ डिपार्टमेंट के मुताबिक 31 दिसंबर को पूरे राजस्थान में करीब 34 हजार लोगों की टेस्टिंग की गई थी, तब प्रदेश में कुल 208 पॉजिटिव केस मिले थे। 5 जनवरी को टेस्टिंग की संख्या बढ़कर 56,600 हुई तो संक्रमित केसों की संख्या अब बढ़कर 1883 पर पहुंच गई।
जयपुर में संक्रमण दर 9% के पार
राजस्थान में सबसे ज्यादा तेजी से केस राजधानी जयपुर में बढ़ रहे हैं। विशेषज्ञों की मानें तो यहां कम्युनिटी स्प्रेड होना शुरू हो गया है। यहां 31 दिसंबर को संक्रमण की दर 2.17 फीसदी थी, वह बढ़कर अब 9.29 पर पहुंच गई। 31 दिसंबर को जयपुर में 4520 लोगों की टेस्टिंग की गई थी, जिसमें से 98 की रिपोर्ट पॉजिटिव निकली थी।
वहीं, 5 जनवरी तक टेस्टिंग ढाई गुना से ज्यादा बढ़कर 12,244 तक पहुंचा दी और इनमें से अब 1138 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव निकली है। 5 जनवरी को जोधपुर में संक्रमण की दर करीब 7 फीसदी रही। इसे देखते हुए सरकार ने बुधवार देर रात दोनों शहरों के लिए अलग से गाइडलाइन जारी की।
राज्य में पिछले 6 दिन की टेस्टिंग की स्थिति
तारीख | टेस्ट संख्या | पॉजिटिव केस | संक्रमण दर (%) |
31 दिसंबर | 34,287 | 208 | 0.61 |
1 जनवरी | 31,023 | 301 | 0.97 |
2 जनवरी | 30,556 | 355 | 1.16 |
3 जनवरी | 14,848 | 550 | 3.70 |
4 जनवरी | 53,524 | 1137 | 2.12 |
5 जनवरी | 56,616 | 1883 | 3.33 |
कोटा, अजमेर में भी बढ़ी संक्रमण दर
जयपुर के अलावा अब संक्रमण की रफ्तार तेजी से जोधपुर, कोटा, अजमेर, अलवर, प्रतापगढ़, सीकर, गंगानगर में भी बढ़ रही है। 5 जनवरी को राजस्थान के 33 में से 13 जिले ऐसे थे, जहां संक्रमण की दर 1 फीसदी से ज्यादा रही।
राज्य के 5 जिले अब भी कोरोना से सेफ
भले ही कोरोना की तीसरी लहर ने प्रदेश में दस्तक दे दी हो, लेकिन अब भी राज्य में 5 जिले ऐसे हैं, जो कोरोना से बचे हुए हैं। इन जिलों में पिछले कुछ दिनों से एक भी केस नहीं मिला है। इसमें जैसलमेर, जालौर, राजसमंद, बूंदी और बारां जिला शामिल हैं। इन जिलों में एक भी एक्टिव केस नहीं है।
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