जयपुर की पॉश कॉलोनी में घुसा लेपर्ड, VIDEO:वॉक पर निकले युवक ने देखा, दहशत से घरों में कैद रहे लोग

जयपुर7 महीने पहले
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शुक्रवार रात 10 बजे के आसपास पाम कोर्ट कॉलोनी में आया लेपर्ड सीसीटीवी कैमरे में सड़क पर जाता दिखा। - Dainik Bhaskar
शुक्रवार रात 10 बजे के आसपास पाम कोर्ट कॉलोनी में आया लेपर्ड सीसीटीवी कैमरे में सड़क पर जाता दिखा।

जयपुर में शुक्रवार देर रात रिहायशी कॉलोनी में लेपर्ड घुस गया। वह काफी देर तक कॉलोनी में इधर-उधर घूमता रहा। डिनर के बाद वॉक पर निकले एक युवक ने देखा तो दहशत के मारे लोग घरों में कैद हो गए।

लेपर्ड का सारा मूवमेंट सीसीटीवी कैमरे में भी रिकॉर्ड हो गया। हैरानी की बात है कि कॉलोनी के लोगों ने वन विभाग को इसकी सूचना दी फिर भी कोई कर्मचारी या अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा।

पामकोर्ट कॉलोनी में रहने वाले एकलव्य ने बताया कि शुक्रवार रात करीब 10 बजे खाना खाने के बाद वह टहलने के लिए घर से बाहर निकले थे। तभी सड़क की दूसरी ओर से लेपर्ड उनकी और आता नजर आया। इस पर वह भाग कर अपने घर में आ गए। सभी को लेपर्ड के आने की जानकारी दी। पड़ोसियों को भी बताया। पूरी कॉलोनी में दहशत फैल गई। डर के मारे सभी लोगों ने खुद को घरों में ही बंद लिया।

झालाना वन क्षेत्र के नजदीक बनी है पाम कोर्ट कॉलोनी। लोगों ने लेपर्ड आने की सूचना अफसरों को दी,लेकिन कोई नहीं पहुंचा।
झालाना वन क्षेत्र के नजदीक बनी है पाम कोर्ट कॉलोनी। लोगों ने लेपर्ड आने की सूचना अफसरों को दी,लेकिन कोई नहीं पहुंचा।

कॉलोनी के ही राम मीणा ने बताया कि इससे पहले भी यहां लेपर्ड का मूवमेंट देखा गया है। वन विभाग के अधिकारियों ने तब से अब तक लोगों की सुरक्षा के लिए कोई कदम नहीं उठाया। वहीं, बीती रात एक बार फिर यहां रहने वाले सैकड़ों लोगों की जान खतरे में पड़ गई। वन विभाग अब भी इस पूरे मामले पर खानापूर्ति कर रहा है। विभाग को झालाना वन क्षेत्र की फेंसिंग को मजबूत करना चाहिए। ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हो।

इधर, जगतपुरा के रहने वाले विजय अग्रवाल ने बताया 'बीती रात लेपर्ड के आने के बाद हमने वन विभाग को इसकी जानकारी दी थी, लेकिन कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। उन्होंने हमें अपने घरों में रहने की हिदायत दी। कहा गया कि हम अपने डॉग्स को भी अंदर रखें। इसकी वजह से लोगों ने पूरी रात खौफ के साए में बिताई। अब तक लेपर्ड को पड़कने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है।'

इस पूरे मामले पर डिस्ट्रिक्ट फाॅरेस्ट ऑफिसर कपिल चंद्रावल और रेंजर जनेश्वर चौधरी से बात कर वन विभाग का पक्ष जानने की कोशिश की, लेकिन दोनों ही अफसरों ने फोन नहीं उठाया।

लेपर्ड के डर से लोगों ने पूरी रात दहशत में काटी। खुद को घरों में बंद रखा।
लेपर्ड के डर से लोगों ने पूरी रात दहशत में काटी। खुद को घरों में बंद रखा।

वन्य जीव प्रेमी चमन सिंह ने बताया कि पाम कोर्ट कॉलोनी झालाना लेपर्ड रिजर्व के नजदीक है। ऐसे में कई बार खाने की तलाश में लेपर्ड वन क्षेत्र से शहरी इलाके में पहुंच जाते हैं। वे कुत्ते और मवेशियों को अपना शिकार बनाने की कोशिश करते हैं। अब तक लेपर्ड ने किसी भी इंसान पर हमला नहीं किया है।

बता दें कि इससे पहले भी कई बार झालाना वन क्षेत्र से लेपर्ड शहरी इलाकों में पहुंच चुके हैं। कुछ वक्त पहले जयपुर के मोती डूंगरी की पहाड़ियों में लेपर्ड ने दस्तक देकर आम जनता को परेशान कर दिया था। वहीं बीते दिनों ओटीएस में लेपर्ड मूवमेंट के बाद सरकार के आला अधिकारी भी टेंशन में आ गए थे।

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