विश्वकर्मा थाना पुलिस ने गला रेंतकर युवक की हत्या के मामले का रविवार दोपहर खुलासा किया है। पुलिस ने मर्डर के आरोप में तीन साथियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस प्रारम्भिक जांच में सामने आया है कि खाना बनाने की बात को लेकर मृतक ने गाली-गलौज की। जिससे गुस्से में तीनों आरोपियों ने प्लानिंग के तहत साथी की हत्या की। दो साथियों ने उसको पकड़ा और तीसरे ने चाकू से गला रेंत दिया। जिसके बाद बचने के लिए हत्या के साक्ष्य मिटने के प्रयास भी किए। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से मर्डर में इस्तेमाल चाकू बरामद कर लिया है।
डीसीपी (वेस्ट) ऋचा तोमर ने बताया कि हत्या के आरोप में लीलाराम मीणा (36) पुत्र जगदीश प्रसाद मीणा निवासी गांव चाहा का बास प्रतापगढ़ थानागाजी अलवर , संतोष मीणा उर्फ संतराम (45) पुत्र बोदूराम मीणा और गंगा लहरी उर्फ लहरी (35) निवासी गांव लालपुरा प्रतापगढ़ थानागाजी अलवर को गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपी विश्वकर्मा रोड नंबर-1 पर अनिता बर्फ फैक्ट्री के पास किराए से कमरा लेकर रहते है और रोड नंबर-9 विश्वकर्मा स्थित जय माता दी स्टील फैक्ट्री में मजदूरी करते है। जिनके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त चाकू बरामद कर लिया गया है।
खाना बनाने की बात को लेकर होता था झगड़ा
रोड नंबर-1 विश्वकर्मा निवासी जयनारायण उर्फ जैनी की 26 नवंबर की रात गला काटकर हत्या कर दी गई थी। उसका शव कमरे में पड़ा मिला था। पुलिस ने मौका-मुआयना किया तो हत्या के बाद साक्ष्य मिटाने की कोशिश का पता चला। साथ रहने वाले साथियों के फरार होने पर पुलिस को संदेह हुआ। पुलिस ने तीनों को मुखबिर की सूचना पर पकड़ कर सख्ती से पूछताछ की। पूछताछ में सामने आया कि चारों एक साथ ही रहते थे और साथ ही खाना बनाते थे। खाना बनाने की बात को लेकर आपस में लड़ाई-झगड़ा होता रहता था।
26 नवंबर को दिन में भी खाना बनाने और आटा लगाने की बात को लेकर झगड़ा हुआ। मृतक जयनारायण ने साथियों को खाना बनाने से मना कर दिया और गाली-गलौज की। गली-गलौज से गुस्साएं तीनों साथी मजदूरों ने जयनारायण मीणा की हत्या की प्लानिंग की। प्लानिंग के तहत जयनारायण कमरे से उठकर बाथरूम की ओर जाने लगा। तभी दो साथियों ने उसको पकड़ लिया और तीसरे साथी ने चाकू से गला काट दिया। काफी खून बहने से उसकी मौत हो गई। हत्यारों ने घटना से भ्रमित करने के लिए लाश को उठाकर दूसरी जगह और उसके बाद कमरे में फर्श पर लिटा दिया और साक्ष्य मिटाकर वहां से भाग निकले थे।
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