भारतीय वायु सेना परमाणु भूमि पोखरण में अब तक का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास करने का रही है। इस युद्धाभ्यास में महिला पायलट भी हिस्सा ले रही हैं। मिग-21 बाइसन लड़ाकू विमान की उड़ान के साथ पहली बार वायु शक्ति युद्धाभ्यास में महिला पायलट शौर्य दिखाएंगी। देश के उत्तरी मोर्चे पर चीनी सेना और पश्चिमी मोर्चे पर पाकिस्तान की चुनौती के मद्देनजर भारतीय वायु सेना यह बड़ा युद्धाभ्यास करने जा रही है। फाइटरों के हिस्सेदारी, ट्रेनिंग कॉम्बैट उड़ानों और हवाई ताकत के प्रदर्शन के मॉडलों के हिसाब से इसे सबसे व्यापक और अभूतपूर्व वॉरगेम बताया जा रहा है।
दस का दम
भारतीय वायु सेना में अब तक 10 महिला पायलट लड़ाकू भूमिका में शामिल हो चुकी हैं। इनमें से कम से कम तीन पायलट इस बार के बड़े अभ्यास में शामिल हो सकती हैं। इसके साथ ही रफाल के सभी 36 विमानों की आपूर्ति फरवरी के पहले सप्ताह में पूरी हो रही है। सूत्रों के अनुसार, वायु शक्ति के 10 से 12 फरवरी के पूर्ण अभ्यास में इन सभी की एक्टिव हिस्सेदारी होगी।तीन साल में एक बार होने वाले वायु शक्ति अभ्यास में देशभर में वायु सेना की यूनिटें सक्रिय हिस्सेदारी कर रही हैं।
दिखाएंगे ताकत
पिछले कुछ दिनों से उत्तरी मोर्चे पर चीन के साथ तनातनी के कारण वायु सेना अतिरिक्त अलर्ट है। वायु शक्ति में करीब 140 विमानों की हिस्सेदारी होगी। करीब 100 फाइटर प्लेन लेंगे। पोखरण रेंज में बनाए गए दुश्मन के ठिकानों को तबाह करने के अभ्यास में अनेक तरह की मिसाइलों और फाइटरों का इस्तेमाल होगा।
रफाल की अत्याधुनिक मिका मिसाइल इसका विशेष आकर्षण होगी। सुखोई-30 एमकेआई, मिग-29, एलसीए तेजस, मिराज 2000, मिग-21 बाइसन, हॉक और जगुआर विमान भी अपने इसमें शामिल होंगे। अपाचे हेलीकॉप्टर और शिनूक के साथ भारत के ध्रुव भी नाइट आपरेशंस में हिस्सा लेंगे। रात के आपरेशन में लड़ाकू हेलीकाप्टरों से टारगेट्स पर राकेटों की बौछार दिखेगी।
वायुसेना करेगी ये ऑपरेशन
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