ट्रैफिक कंट्रोल बोर्ड की सिफारिश पर जेएलएन पर एक्सीडेंट कम करने के लिए मीडियन ऊंचा किया जा रहा है। इसके साथ ही जेडीए ने दूसरी ओर ‘आदर्श सड़क’ पर एक्सीडेंट के इंतजाम भी पुतवा दिए हैं। हेरिटेज लुक में ऊंचे किए मीडियन पर गुलाबी कलर किया गया है। ऐसा पहली बार है कि किसी रोड पर ब्लैक एंड व्हाइट के बजाए यह पेंट किया गया है।
इससे रोड सुंदर दिखेगी, पर रात में हादसों के खतरे बढ़ेंगे। इंडियन रोड कांग्रेस भी गुलाबी रंग की इजाजत नहीं देती है। रंग पोतने वाले नियमों पर बैकफुट पर हैं। उधर एक्सीडेंट के खतरों को कम करने के लिए मीडियन ऊंचा करने की सिफारिश करने वाले ट्रैफिक अधिकारी भी रंग पर सहमत नहीं हैं और दुरुस्त करने की सिफारिश की है।
इसलिए गैर जरूरी है गुलाबी रोड सेफ्टी पर काम करने वाले एनजीओ मुस्कान की डायरेक्टर प्रोजेक्ट नेहा खुल्लर के मुताबिक, ‘आईआरसी के मुताबिक मीडियन ब्लैक एंड व्हाइट हो। इसकी रात में विजिबिलिटी सर्वाधिक होती है। जंक्शन और महत्वपूर्ण जगहों पर अलर्ट के लिए पीला भी करते हैं। गुलाबी पेंट इसमें शामिल नहीं है। बल्कि इससे दृश्यता कम रहेगी।
इधर ‘आदर्श सड़क’ पर एक्सीडेंट के खतरे कम करने की कसरत
हम खुद ही सुंदरता के नाम पर ट्रैफिक सैफ्टी के नियमों को तोड़ रहे हैं। गुलाबी कलर से दुर्घटना हुई तो क्या जिम्मेदारी विभाग लेगा। -अरविंद आर्य, पूर्व एसीई
आईआरसी के नियम मीडियन पर गुलाबी रंग की इजाजत नहीं देते। इससे रात में एक्सीडेंट होंगे। मीडियन की ऊंचाई भी ज्यादा है। -प्रमोद भसीन, (20 साल से रोड सेफ्टी से जुड़े)
डिवाइडर हमारी ही सिफारिश पर ऊपर किए हैं। गुलाबी पेंट के लिए हमने नहीं कहा था। ये ट्रैफिक के लिहाज से अनुकूल नहीं हैं, कहेंगे। -श्वेता धनकड़, डीसीपी ट्रैफिक
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