वसुंधरा राजे ने की स्कूटी की सवारी:गांव में दौरे के बीच मिलीं लड़कियां बोलीं- आपने ही दी थी

जयपुर2 महीने पहले
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राजस्थान में चुनावी साल शुरू होने के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ग्राउंड पर सक्रिय हो गई हैं। मेवाड़-वागड़ दौरे के दूसरे दिन सोमवार को राजे ने डूंगरपुर में बीजेपी कार्यकर्ताओं से फीडबैक लिया। इस दौरान करीब 12 बजे चितरी गांव में राजे स्कूटी सवार कुछ लड़कियों से मिलीं।

लड़कियों ने कहा- यह स्कूटी पूर्व बीजेपी सरकार में आपने ही दी थी। इसके बाद राजे एक लड़की की स्कूटी पर बैठकर मुख्य मार्ग तक गईं। वहां से वो उदयपुर के लिए रवाना हो गईं।

डूंगरपुर से उदयपुर जाते हुए चितरी गांव में स्कूटी पर सवार हुईं वसुंधरा राजे।
डूंगरपुर से उदयपुर जाते हुए चितरी गांव में स्कूटी पर सवार हुईं वसुंधरा राजे।

लड़कियों के साथ स्कूटी की सवारी करने पर राजे ने ट्वीट करते हुए कहा- डूंगरपुर के चितरी गांव में कार्यक्रम के दौरान सरकार की स्कूटी योजना से लाभान्वित बिटिया अर्पिता पाटीदार व अन्य बच्चियों से मिलकर अच्छा लगा। बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हमने यह पहल की थी, इससे बच्चियों को मिली सहूलियत की लिए उन्होंने आभार जताया।

डूंगरपुर के चितरी गांव में मिलीं तीनों लड़कियों से वसुंधरा राजे ने की मुलाकात।
डूंगरपुर के चितरी गांव में मिलीं तीनों लड़कियों से वसुंधरा राजे ने की मुलाकात।
रविवार को डूंगरपुर के आसपुर में समर्थकों ने वसुंधरा राजे को तलवार भेंट कर उनका स्वागत किया था। इस दौरान राजे के समर्थन में जमकर नारेबाजी भी की गई थी।
रविवार को डूंगरपुर के आसपुर में समर्थकों ने वसुंधरा राजे को तलवार भेंट कर उनका स्वागत किया था। इस दौरान राजे के समर्थन में जमकर नारेबाजी भी की गई थी।

डेढ़ घंटे तक पूजा-अर्चना
इससे पहले रविवार को राजे अपने तीन दिवसीय प्रवास पर उदयपुर पहुंची थीं। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया था। इसके बाद राजे अपने समर्थकों के साथ सड़क मार्ग से डूंगरपुर के लिए रवाना हुई थीं। यहां बेणेश्वर मेले में शामिल होने के बाद डेढ़ किलोमीटर तक पैदल चल राधा-कृष्ण मंदिर पहुंची थीं। उन्होंने महंत अच्युतानंद महाराज का आशीर्वाद लिया और करीब डेढ़ घंटे तक पूजा-अर्चना की थी।

रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे डूंगरपुर के बेणेश्वर मेले में थीं। यहां आदिवासी महिला के आग्रह पर राजे ने तीर-कमान चलाया। मेला स्थल पर सभा भी हुई थी।
रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे डूंगरपुर के बेणेश्वर मेले में थीं। यहां आदिवासी महिला के आग्रह पर राजे ने तीर-कमान चलाया। मेला स्थल पर सभा भी हुई थी।

मेले में हुई सभा में राजे ने कहा था- मुझे लगता है कि अब भी बहुत कुछ करना है। महाराज के आशीर्वाद से हम सब को यह विश्वास है। आज नहीं तो कल, कल नहीं तो परसों मावजी महाराज के आशीर्वाद से यह काम होने वाला है। बस आप लोग अपना आशीर्वाद बनाए रखो। मेले में आदिवासी महिला के आग्रह पर राजे ने तीर-कमान भी चलाया। उन्होंने कहा कि कोई लक्ष्य मनुष्य के साहस से बड़ा नहीं।

बेणेश्वर मेले में वसुंधरा राजे ने आम महिलाओं की तरह स्टॉल से चूड़ियां खरीदीं।
बेणेश्वर मेले में वसुंधरा राजे ने आम महिलाओं की तरह स्टॉल से चूड़ियां खरीदीं।

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अपने तीन दिवसीय दौरे के तहत 7 फरवरी तक डूंगरपुर, उदयपुर, बांसवाड़ा जिलों में रहेंगी। रविवार को राजे उदयपुर और डूंगरपुर दौरे पर रहीं। सोमवार को डूंगरपुर के सागवाड़ा से उदयपुर के लिए रवाना हो गई थीं। उदयपुर में सामाजिक कार्यक्रमों में शामिल हुईं। उदयपुर में ही रात्रि विश्राम करेंगी। मंगलवार शाम राजे जयपुर पहुंचेंगी।

उदयपुर के डबोक एयरपोर्ट पहुंचने पर बड़ी संख्या में वसुंधरा राजे का बीजेपी कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। सोमवार को डूंगरपुर के सागवाड़ा से उदयपुर के लिए रवाना हो गई थीं। उदयपुर में सामाजिक कार्यक्रमों में शामिल हुईं। उदयपुर में ही रात्रि विश्राम करेंगी।
उदयपुर के डबोक एयरपोर्ट पहुंचने पर बड़ी संख्या में वसुंधरा राजे का बीजेपी कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। सोमवार को डूंगरपुर के सागवाड़ा से उदयपुर के लिए रवाना हो गई थीं। उदयपुर में सामाजिक कार्यक्रमों में शामिल हुईं। उदयपुर में ही रात्रि विश्राम करेंगी।

राजे बोलीं- मैं भगवान भरोसे हूं
इससे पहले 3 फरवरी को वसुंधरा राजे ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर कहा था कि कभी-कभी लोग मजाक करते हैं। वो मेरे से कहते हैं कि ये वसुंधरा राजे हमेशा भगवान के भरोसे है। मैं तो कहती हूं- हां, मैं भगवान भरोसे हूं। हम पूरा घर सजाकर छोड़ते हैं। फीता काटने का काम कांग्रेस करती है। इससे पहले 23 जनवरी को बीजेपी प्रदेश मुख्यालय पर लगे पोस्टर में 2 साल बाद एक बार फिर वसुंधरा राजे की एंट्री हुई थी।

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