जयपुर में खुली जेल से भागा हत्यारा:आजीवन कारावास की काट रहा था सजा, काउंटिंग करने पर फरार होने का चला पता

जयपुर14 दिन पहले
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सांगानेर खुली जेल से हत्या से दण्डित बंदी गिरधारी लाल फरार हो गया। (डेमो पिक)

जयपुर की सांगानेर खुली जेल से एक बार फिर बंदी के भागने का मामला सामने आया है। फरार बंदी जेल में हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। रोलकॉल के दौरान मौजूद नहीं होने पर जेल प्रशासन को बंदी के फरार होने का पता चला। मालपुरा गेट थाने में जेल प्रशासन की ओर से फरार बंदी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर फरार बंदी की तलाश शुरू कर दी है।

पुलिस ने बताया कि डॉ. सपूर्णानंद बंदी खुला शिविर सांगानेर के हेड कॉन्स्टेबल कजोडमल मीणा ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। फरार बंदी गिरधारी लाल (30) पुत्र फेपाराम है, जो राजलदेसर रतनगढ चुरू का रहने वाला है। वह सांगानेर खुली जेल में हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। हत्या से दण्डित बंदी गिरधारी लाल 12 मार्च की शाम रोलकॉल के समय मौजूद नहीं था। बंदी गिरधारी लाल को उसके आवास और आस-पास तलाश किया, लेकिन वह गायब मिला। उसका मोबाइल नंबर भी स्विच ऑफ मिला। दण्डित बंदी के फरार होने की सूचना जेल अफसरों को दी गई। जेल प्रशासन की ओर से मालपुरा गेट थाने में फरार बंदी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया। बंदी रोजाना सुबह से शाम तक काम पर जाता था और शाम को वापस लौट आता था। 12 मार्च को जब वह लौट कर नहीं आया। जेल प्रशासन ने गिनती की तो एक बंदी कम मिला।

क्या होती है खुली जेल खुली जेल में रहने वाले कैदियों को दिन के समय बाहर काम पर जाने दिया जाता है। शाम होते ही वह सब वापस जेल में लौट आते है। खुली जेल में रहने वाले कैदी सामान्य कैदियों की तुलना में अलग होते है। जिन कैदियों का आचरण और अनुशासन अच्छा होता है, उन्हें खुली जेलों में रखा जाता है। जेल में वही कैदी रहते है जो खुद जेल नियमों का अच्छे से पालन करते है और अनुशासन में रहते है। जो फिर से समाज की मुख्यधारा में लौटना चाहते हैं। खुली जेल में कैदी अपने परिवार सहित रहते है।