ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को शुद्ध पेयजल के नाम पर सरकारी पैसे का किस प्रकार दुरुपयोग किया जा रहा है। चौथ का बरवाड़ा तहसील क्षेत्र के कई गांव में ऐसा ही देखने को मिल रहा है जहां आरओ लगाए सालों बीत गए, लेकिन वह चालू ही नहीं हो पाए।
रजवाना पंचायत के कुम्हारिया गांव में तथा पावडेरा पंचायत के नया गांव में लाखों की लागत से बनाए गए आरो प्लांट में शुद्ध पेयजल तो छोड़िए लोगों को पीने का पानी भी नहीं मिला है। ऐसे में लोगों को लाखों खर्च होने के बावजूद पीने के पानी के लिए भी परेशान होना पड़ रहा है। सालों बीत जाने के बाद भी इन आर ओ प्लांट को शुरू ही नहीं करवाया गया। जिससे हालात जस के तस बने हुए है।
पानी नहीं था तो क्यों लगाए आरो प्लांट
इस मामले में जलदाय विभाग तथा उनके ठेकेदारों सरकारी राशि को सरेआम चुना लगाया गया है। रजमाना पंचायत के कुम्हारिया में ग्रामीणों ने बताया कि यहां पर आरो प्लांट से पहले जलदाय विभाग के ठेकेदारों ने तीन बोरिंग करवाए। जो ड्राई जाने के बावजूद विभाग के ठेकेदारों ने करीब 6 लाख की लागत से आरो प्लांट लगा दिया। ग्रामीण रामकिशन गुर्जर, शंकर लाल, नरेंद्र कुमार जैन, मोहनलाल, कालूराम आदि लोगों ने बताया कि जब जलदाय विभाग के बोर में पानी नहीं निकला था तो आरो प्लांट क्यों लगाया गया। ग्रामीणों ने बताया कि विभाग को सरकारी राशि को ठिकाना लगाना था। इसलिए बोरिंग सूखे के निकलने के बावजूद आरो प्लांट लगवा दिया। यही हाल नया गांव में देखने को मिला है।
4 सालों से नहीं टपका एक बूंद पानी
जलदाय विभाग द्वारा कुम्हारिया गांव में 4 साल पहले आरो प्लांट लगाया था। इसमें आज तक लोगों को एक बूंद पानी भी मुहैया नहीं हुआ है। जबसे आरो प्लांट लगा है तब से वह शोपीस बनकर रह गया है। लोगों का कहना है कि इतनी राशि से तो कई स्थानों पर हैंडपंप ही लग जाते। वही बार-बार शिकायत करने के बावजूद आज तक लापरवाह कर्मचारियों तथा अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है।
इनका कहना है
यह बात सही है कि कुम्हारिया तथा नया गांव में लगाए आरो प्लांट का अभी तक लोगों को लाभ नहीं मिला है। पानी की समस्या होने से सुविधा नहीं मिल पाई है। कुमारिया में एक सरकारी नलकूप में पानी है। जिसमें जल्द ही मोटर डालकर आरो प्लांट को शुरू करवाया जाएगा। नया गांव में अभी सुविधा लोगों को मिले इसके प्रयास किए जा रहे हैं - कन्हैया लाल, जेईएन जलदाय विभाग बरवाड़ा
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