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कांग्रेस सरकार तीसरी बार 24 फरवरी को बजट पेश करेगी। इस बजट से टोंक जिले के लोगों को सड़क, सीवरेज, कृषि उपज मंडी, चिकित्सा, परिवहन, शिक्षा सहित अन्य विकास योजनाओं के प्रोजेक्टों को हरी झंडी मिलने की उम्मीद है। पर लोगों के मन में यह बात खटक रही है कि सरकारघाेषणाएं पेश करने से पहले जनता से जुड़ी पहले की जो अधूरी योजनाएं हैं उनको तो धरातल पर ला दे, जिससे लोगों को उनका फायदा मिले।हर वर्ष बजट में प्रत्येक जिले और शहर के लिए कई घोषणाएं तो कर दी जाती हैं, लेकिन इन घोषणाओं की क्रियान्विति समय पर नहीं होती है। स्थिति यह है कि भाजपा शासन में स्वीकृत कई योजनाएं आज तक पूरी नहीं होती हैं। कांग्रेस सरकार की भी कई योजनाएं अधूरी हैं। ऐसे में लोगों की मांग है कि बजट में यह प्रावधान किया जाए कि हर योजना के पूरे होने की समय सीमा तय कर दी जाए, उसे उसी समय सीमा में पूरा किया जाना चाहिए। तभी सही अर्थों में बजट के दौरान मिलने वाली सौगातों का जनता को लाभ मिल सकेगा। इस बार जनता चाहती है कि बजट में नई घोषणाएंकरने की बजाय पिछले बजट की अधूरी योजनाओं को पहले धरातल पर लाए।
योजना का काम ही नहीं हुआ शुरू
बीसलपुर रिजर्व कंजर्वेशन के लिए पूर्व में घोषणाएं हो चुकी है लेकिन कार्य पूरी तरह शुरू नहीं हो सका है। ये मामला केंद्र व राज्य के बीच अटका है। बीसलपुर बांध के समीप इस कंजर्वेशन का निर्माण के लिए 2003 से प्रयास किए जा रहे हैं। इसके बनने से यहां पक्षी संरक्षण क्षेत्र के साथ ही पर्यटन का आकर्षक केंद्र बन सकता है। यहां पर्यटन को आकर्षित करने की सभी प्रकार की प्राकृतिक संसाधन मौजूद है। टोंक के घास में हवाई पट्टी बनाई जानी थी। इस हवाई पट्टी का भी कुछ कार्य नहीं हुआ है।^बीसलपुर कंजरवेशन रिजर्व का कार्य अभी ठंडे बस्ते में ही है। जब त क सरकार से कार्य की सेंक्शन नही निकलती है तब तक क्रियान्वति नहीं हो सकती है।-रघुवीर सिंह, रेंजर, वन विभाग, टोंक
तीन साल में जमीन ही आबंटित नहीं
बजट घोषणा 2017-18 में जिला मुख्यालय पर जिला आयुर्वेद चिकित्सालय खुलना था। इसमें से औषधालय तो खोल दिया गया, जो सआदत अस्पताल में संचालित है। वहां पर एक चिकित्सक को दो दिन कार्य दिवस के रूप में लगाया हुआ है। लेकिन चिकित्सालय के लिए स्टॉफ व भवन के लिए जमीन आवंटित नहीं हुई है। इसके लिए प्रशासन को पत्र लिखकर मांग की जा चुकी है। जिला आयुर्वेद चिकित्सालय खुलने के बाद इनडोर, आऊटडोर की पूरी सुविधा मिल सकेंगी। लेकिन चिकित्सालय नहीं बनने से लोगों को इन सुविधाओं से वचिंत होना पड़ रहा है। आयुर्वेदिक चिकित्सालय सआदत अस्पताल में शुरू किया है, भवन के लिए अभी भूमि आबंटित नहीं हुई है।-प्यारेलाल मीणा, सहायक निदेशक, जिला आयुर्वेद विभाग
घोषणा कर भूल गई सरकार
सरकार ने गत वर्ष के बजट में टोडारायसिंह की कृषि गौण मंडी को पूर्ण मंडी का दर्जा देने की घोषणा की थी। एक साल से अभी भी कागजों में ही है। इससे यहां के व्यापारी व किसान मायूस है। उपखंड क्षेत्र में सरसों, गेहूं व चना की बम्पर पैदावार होने के बावजूद टोडा में कृषि गौण मंडी है। यहां की मंडी से होने वाली आय का पैसा भी पूरा मालपुरा मंडी में चला जाता है। इससे मंडी का विकास भी ठप है। व्यापारियों ने बताया कि सरकार की घोषणा थोथी साबित हो रही है। घोषणा के एक साल में भी टोडा की कृषि गौण मंडी को पूर्ण मंडी का दर्जा नही देने से क्षेत्रवासियों में निराशा है। टोडारायसिंह की कृषि गौण मंडी को पूर्ण मंडी का दर्जा देने से संबधित हमारे पास अभी तक कोई सूचना नहीं है।-रामपाल कुमावत, सेकेट्री, कृषि मंडी मालपुरा
पॉजिटिव- इस समय ग्रह स्थिति आपके लिए बेहतरीन परिस्थितियां बना रही है। व्यक्तिगत और पारिवारिक गतिविधियों के प्रति ज्यादा ध्यान केंद्रित रहेगा। बच्चों की शिक्षा और करियर से संबंधित महत्वपूर्ण कार्य भी आ...
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