एचडीएफसी बैंक परिवर्तन कार्यक्रम तहत समग्र विकास परियोजना व उरमूल ट्रस्ट बीकानेर द्वारा संचालित मरुगंधा परियोजना के तहत ओढा़नियां गांव में स्थित क्राफ्ट सेंटर पर सात दिवसीय कशीदाकारी क्षमतावर्धन प्रशिक्षण के समापन अवसर पर बोलते हुए परियोजना मैंनेजर दीनदयाल अरोड़ा ने कहा कि आज के युग में हस्तकला का बहुत ही अच्छा महत्व है, हमको हर तरह की हस्तकला को अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि उरमूल ट्रस्ट का उद्देश्य है कि हम ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को हस्तकला से जोड़कर उनको रोजगार उपलब्ध करवाना। इस अवसर पर क्लस्टर कॉर्डिनेटर गणपतराम गर्ग ने बताया कि ओढ़ानियां में कशीदाकारी क्षमतावर्धन प्रशिक्षण 21 नवंबर से शुरू हुआ था। इस सात दिवसीय कशीदाकारी क्षमतावर्धन प्रशिक्षण में दक्ष प्रशिक्षक रंगु देवी ने महिलाओं को सीधा टांका, तिरछा टांका, जंजीर टांका, सूप टांका, बछड़ा टांका से फूल पत्ती व डालियां बनाना सीखाया गया। उन्होंने बताया कि महिलाओं ने कुशन कवर पर कशीदाकारी का वर्क कर इस काम को रुचि से सीखा।
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