रामदेवरा में जिला कलेक्टर टीना डाबी और जैसलमेर एसपी भंवरसिंह नाथावत ने रामदेवरा में लाइनों की व्यवस्थाओं के साथ बाबा रामदेव समाधी परिसर का निरीक्षण किया और श्रद्धालुओं की आस्था के केंद्र रामसरोवर तालाब का निरीक्षण किया। जिला कलेक्टर और एसपी ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ क़रीब 2 से 3 किलोमीटर पैदल चल कर व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया।
जिला कलक्टर ने किया निरीक्षण
इस मौके पर कलेक्टर टीना डाबी और पुलिस अधीक्षक ने रामसरोवर तालाब के चारों तरफ पैदल घूम कर स्थिति को देखा और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। रामदेवरा में गुरुवार को राज्य मेला प्राधिकरण के उपाध्यक्ष के रामदेवरा दौरे और बैठक के बाद सभी अधिकारियों ने रामदेवरा पहुंचकर व्यवस्थाओं को देखा। रामसरोवर तालाब पर ज़िला कलेक्टर ने तालाब पर नहाने वाले लोगों के लिए अतिरिक्त चेंज़िंग रूम बनाने के साथ श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए घाटों पर चैन और रस्सियाँ बाधने को कहा। जैसलमेर एसपी ने तालाब पर अतिरिक्त सुरक्षा लगाने के निर्देश दिए। इस दौरान उनके साथ पोकरण एसडीएम राजेश बिश्नोई, रामदेवरा सरपंच समंदरसिंह, रामदेवरा थानाधीकारी दलपत सिंह के साथ पूरा प्रशासनिक ज़ाब्ता मौजूद रहा। एसपी ने कहा की श्रध्दालुओं की सुरक्षा को देखते हुए तालाब का जल स्तर नही बढ़ाया जाए।
दर्शन पहले नहाते हैं श्रद्धालु
लोक देवता बाबा रामदेव की समाधी के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु बाबा की समाधी के दर्शन से पहले रामसरोवर तालाब में डुबकी लगाते हैं और तालाब में स्नान करने के बाद बाबा की समाधी के दर्शन करते हैं। इसी कारण से रामसरोवर तालाब मे मेले के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ मौजूद रहती है। श्रद्धालुओं की मान्यता है की रामसरोवर तालाब के पानी और मिट्टी लगाने से चर्म रोग और अन्य स्किन की बीमारी ठीक होती हैं। इसी कारण से ज़्यादातर श्रद्धालु वापिस जाते समय तालाब के पानी और मिट्टी को साथ ले जाते है।
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