प्रधानमंत्री श्रम याेगी मानधन याेजना पेंशन याेजना में बांसवाड़ा ने पूरे प्रदेश में पहला स्थान हांसिल किया है। बांसवाड़ा में इस याेजना के तहत 7275 कामगार मजदूराें काे पंजीकृत कर जाेड़ा गया है, जबकि जालोर में 4080 का पंजीयन हुआ है। प्रदेश में दूसरे नंबर पर जयपुर में 7212 श्रमिक पंजीकृत हैं। वहीं तीसरे नंबर पर भीलवाड़ा जिला है, जहां 6287 श्रमिक पंजीकृत हैं। याेजना में असंगठित क्षेत्र के 18 से 40 साल तक के कामगार मजदूराें का पंजीयन करना है।
जिन्हें अपनी आयु अनुसार याेजना में प्रीमियम जमा कराना है। प्रीमियम की आधी राशि लाभार्थी और आधी राशि सरकार के द्वारा भरी जानी है। इसका लाभ यह है कि मजदूर की 60 साल की उम्र के बाद उसे न्यूनतम 3 हजार रुपए मासिक पेंशन मिलना शुरू हाे जाएगी। इसमें 18 वर्ष के कामगाराें के लिए मासिक अंशदान 55 रुपए वहीं 40 वर्ष के म्यु में मासिक अंशदान 200 रुपए का है। इतना ही अंशदान केंद्र से भी हाेता है।
याेजना में यह हाेता है लाभ
श्रमिक द्वारा 60 साल की आयु पूरी करने के बाद न्यूनतम 3000 हजार रुपए हर माह के अनुसार पेंशन मिलेगा। श्रमिक की मृत्यु की स्थिति में उसके पति या पत्नी काे 50 प्रतिशत पारिवारिक पेंशन भी दी जाएगी। याेजना में पंजीयन के लिए आधारकार्ड, बचत खाता, जनधन खाते की पासबुक लानी हाेगी। इस दाैरान ओटीपी के लिए माेबाइल साथ में रखना हाेगा। पहली बार अंशदान की राशि का सीधा भुगतान सीएससी काे नकद करना हाेगा।
13 जिलों की यह स्थिति
जिला - पंजीयन बांसवाड़ा - 7275 जयपुर - 7212 भीलवाड़ा - 6287 उदयपुर - 4499 अलवर - 4375 अजमेर - 4370 बाड़मेर - 4324 झुंझुनूं - 4144 जालाैर - 4080 चूरू - 2866 दौसा - 2575 डूंगरपुर - 2233 धौलपुर - 2048
कलेक्टर के निर्देश पर सभी विभागाें के काॅर्डिनेशन और सहयाेग से सीएससी सेंटर के माध्यम से पंजीयन सुनिश्चित किए गए। जिसकी नियमित माॅनिटरिंग के साथ रिपाेर्टिंग पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसलिए जिले में पंजीयन बढ़ रहे हैं। इसके अलावा अंत्याेदय अभियान में भी देश में सर्वाधिक पंजीयन किए जा रहे हैं। लाेगाें से अब भी अपील है कि अधिक से अधिक इस याेजना में जुड़ें। - कुलदीपसिंह शक्तावत, सहायक श्रम आयुक्त।
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