कृषि उपज मंडी रायपुर के मेन गेट पर सोमवार सुबह 8 बजे ही ताला लगा देने से किसानों का आक्रोश फूट पड़ा। किसानों ने भारतीय किसान संघ के तहसील अध्यक्ष शोभाराम दांगी के अगुवाई में गेट पर विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद तहसीलदार ने ताला खुलवाकर बाहर खड़े किसानों की ट्रॉलियों को अंदर प्रवेश कराया।
जिला प्रचार प्रमुख महेश मैहर ने बताया कि सुबह 6 बजे से 12:30 बजे तक किसानों के ट्रैक्टर मंडी के अंदर लेने का सूचना बोर्ड लगा रखा है। मंडी प्रशासन की लापरवाही की वजह से सुबह 8 बजे ही गेट बंद करके किसानों को परेशान किया जा रहा, जिसको लेकर मंडी गेट के बाहर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। इसकी कृषि उपजमंडी भवानीमंडी के सचिव रामपाल कुमावत को फोन पर सूचना देने के लिए कई बार संपर्क किया, लेकिन फोन नहीं उठाया। इसके बाद फिर तहसीलदार रायपुर को सूचना दी तो मौके पर पहुंचे गेट पर ताला लगा हुआ था। तहसीलदार को 30 मिनट तक इंतजार करना पड़ा जब जाकर मंडी के अधिकारियों ने गेट खोल कर बात की। तहसीलदार से बात होने के बाद मंडी के अधिकारियों ने बाहर खड़े ट्रैक्टरों को अंदर लिया।
इस समय किसानों की जींस (फसल) पककर तैयार है और किसान आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है। इस समय जींस बेचना किसान की मजबूरी है। कृषि उपज मंडी के अधिकारी किसानों के साथ लापरवाही पूर्ण रवैया अपना रहे हैं। समय पर माल नहीं तोला जा रहा। इससे किसान काफी परेशान हैं। यदि कृषि उपजमंडी रायपुर की व्यवस्था सुचारू रूप से आगामी दिनों में नहीं चली तो भारतीय किसान संघ मंडी गेट के सामने अनिश्चितकालीन महापड़ाव डालकर किसानों के हित में कार्य करवाए जाएंगे।
तहसील सहमंत्री सांवरलाल गुर्जर ने बताया कि इस दौरान अव्यवस्थाओं के रूप में किसानों के साथ हो रहे शोषण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिला मंत्री मुकेश मेहर ने मंडी सचिव भवानीमंडी से बात करने के लिए फोन लगाया, लेकिन फोन नहीं उठाने से समस्या का समाधान नहीं हो पाया इसलिए तहसीलदार को समस्याओं से अवगत करा कर मंडी के बाहर खड़े जींस के वाहन को अंदर भेजा गया।
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