जयपुर में एक पीठासीन अधिकारी के आवास पर जयपुर कोर्ट के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सुभाष मेहरा के आत्मदाह का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। राजस्थान न्यायिक कर्मचारी संघ के आह्वान पर बुधवार को झालावाड़ जिला मुख्यालय सहित अधीनस्थ अदालतों के कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर चले गए। न्यायिक कर्मचारियों ने मृतक परिवार को न्याय दिलाने एवं मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाएगी, वह अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे। न्यायिक कर्मचारियों की हड़ताल के कारण कोर्ट में कामकाज प्रभावित रहा।
न्यायिक संगठन के जिला प्रवक्ता पूरीलाल गुर्जर ने बताया कि जयपुर कोर्ट के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सुभाष मेहरा ने एक पिठासीन अधिकारी के आवास पर 10 नवंबर को आत्मदाह कर लिया था। दिवंगत कर्मचारी के परिजनों ने उसकी हत्या होने का शक जताया है और इसकी FIR दर्ज कराने के लिए कर्मचारी संगठन के जरिए पुलिस कमिश्नर को शिकायत सौंपी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं कर हाईकोर्ट के निर्देश का हवाला देकर लौटा दिया।
गुर्जर ने बताया कि मामले में कोई कार्रवाई नहीं होने के विरोध में न्यायिक कर्मचारी संघ ने सामूहिक अवकाश पर जाने का फैसला लिया है। इसके तहत झालावाड़ कोर्ट और अधीनस्थ कोर्ट झालरापाटन, पिड़ावा, अकलेरा, भवानीमंडी, चौमहला,, मनोहरथाना में कार्यरत न्यायिक कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर रहेंगे। मामले को लेकर जयपुर न्याय क्षेत्र के कर्मचारी लगभग 10 दिनों से आंदोलन की राह पर है। जिन कर्मचारियों का परिवीक्षा काल पूरा नहीं हुआ है, उनको बहिष्कार से अलग रखा गया है।
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