खेतड़ी उपखंड के एक दर्जन गांवों की प्यास बुझाने वाले मोड़ीईलाखर बांध का खनन के कारण अस्तित्व खतरे में आ गया है। बांध को बचाने के लिए ग्रामीणों की ओर से एक संघर्ष समिति बनाई गई है, जिसकी सोमवार को गोरीर गांव में बैठक का आयोजन कर आगे की रणनीति पर चर्चा की गई।
अमर सिंह मान की अध्यक्षता में शहीद स्मारक पर हुई बैठक में ग्रामीणों ने आंदोलन करने का निर्णय लिया है। बांध बचाओ संघर्ष समिति संयोजक रणवीर सिंह मान ने बताया कि मोड़ी ईलाखर बांध खेतड़ी उपखंड के सीमावर्ती एक दर्जन गांव की प्यास बुझाता था। पिछले कुछ समय से बांध के पास भारी मात्रा में खनन होने से बांध का अस्तित्व खतरे में आ गया है।
खनन को बंद करवाने को लेकर ग्रामीण पिछले काफी समय से स्थानीय प्रशासन के अलावा जिला कलेक्टर व जनप्रतिनिधियों को भी अवगत करवा चुके हैं, लेकिन प्रभावशाली खनन माफियाओं के आगे ग्रामीणों की नहीं चल पाने के कारण बांध के पास भारी मात्रा में मशीनों से खनन किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि बांध के पास मशीनों व हैवी ब्लास्टिंग से खनन होने से बांध की चारदीवारी में खतरा उत्पन्न हो गया है तथा भविष्य में बांध में पानी की मात्रा अधिक आने से बांध का टूट भी सकता है। जिससे ग्रामीणों को काफी धन हानि का सामना करना पड़ेगा। बांध के पास भारी मात्रा में मशीनों द्वारा किए जा रहे खनन को लेकर ग्रामीण कई बार स्थानीय प्रशासन व खनन विभाग को भी अवगत करवा चुके हैं, लेकिन बांध के अस्तित्व को बचाने को लेकर प्रशासनिक स्तर पर कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
ग्रामीणों की ओर से की गई बैठक में बताया गया कि बांध को बचाने को लेकर आस-पास के गांव के लोगों में जनसंपर्क किया जाएगा तथा सभी लोगों को साथ लेकर बांध को बचाने को लेकर बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।
इस मौके पर भागीरथ सिंह, सुभाष चंद, अशोक गढ़वाल, रणवीर सिंह मान, देवेंद्र ओला, सरजीत, लीलाधर, सत्यवीर सिंह, देवीलाल सहित अनेक ग्रामीण मौजूद थे।
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