खेतड़ी के युवाओं के संगठन एक पहल के नेतृत्व में गुरुवार को विरासत दिवस को लेकर दीपक वितरण अभियान का शुभारंभ किया है। इस वर्ष युवाओं की टीम ने पिछली बार की तरह इस बार भी कस्बे को दीपावली की तरह सजाने का निर्णय किया है। युवाओं की ओर से 33 हजार दीपक लाए गए हैं, जिन्हें घर-घर वितरित कर कस्बे को रोशन किया जाएगा।
25 वार्डों में दीपक का वितरण किया जाएगा
युवा टीम प्रमुख प्रवीण कुमार ने बताया कि पूरे कस्बे के 25 वार्डों में दीपक का वितरण किया जाएगा तथा कस्बे में जितने भी मंदिर है उन सभी मंदिरों में 101 दीपक से सजाया जाएगा। दीपक वितरण अभियान को लेकर सभी महिलाओं ने दीपक व अन्य सामान वितरण की प्रक्रिया बनाना शुरू कर दिया है। युवाओं की ओर से बनाई गई टीम को अलग-अलग भागों में बांटा गया है, जो प्रत्येक वार्ड में घर-घर जाकर दीपक का वितरण करेंगे।
12 दिसंबर को मनाया जाएगा विरासत दिवस
उन्होंने बताया कि खेतड़ी में इतने मंदिर रियासत कालीन समय में बने हुए हैं कि खेतड़ी को मिनी काशी भी कहा जाता है। विरासत दिवस का खेतड़ी कस्बे में बहुत बड़ा महत्व है। 12 दिसंबर को स्वामी विवेकानंद शिकागो मे आयोजित सर्वधर्म सम्मेलन में भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति का परचम लहरा कर खेतड़ी पधारे थे। इसी के उपलक्ष में राजा अजीत सिंह द्वारा यह परंपरा चलाई गई थी। इस दिन को विरासत दिवस के रूप में मनाया जाता है। राजा अजीत सिंह व स्वामी विवेकानंद के मित्रता की यादें चिरस्थाई बनाई जाती हैं।
तैयारियां हुई शुरू
विरासत दिवस को लेकर रामकृष्ण मिशन, अजीत विवेक संग्रहालय में भी तैयारियों का दौर शुरू हो चुका है, जहां भव्य रूप से सजावट की जाएगी। विरासत दिवस के मौके पर रामकृष्ण मिशन की ओर से स्वामी विवेकानंद व राजा अजीत सिंह की सजीव झांकियां सजाकर कस्बे में भ्रमण करवाया जाएगा। जहां कस्बे वासियों की ओर से जगह-जगह फूलों की वर्षा कर यात्रा का स्वागत किया जाएगा।
गौतम मेहरा ने बताया कि प्रत्येक घर मे जलाने के लिए छह दीपक दिए जाएंगे तथा विरासत दिवस के दिन शाम को उन्हें जलाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इसके अलावा कस्बे का ऐतिहासिक पन्ना सागर तालाब पर भव्य सजावट कर दीपक जलाएं जाएंगे।
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