गुजरात की कंपनी के खिलाफ सीकर-नागौर में मुकदमे:रकम दोगुनी करने के नाम पर 100 करोड़ वसूले, अब कंपनी के ऑफिस बंद

झुंझुनूं4 महीने पहले
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मोटे मुनाफे के लालच में गुजरात की एक कंपनी में निवेश करने वालों का रिटर्न अटक गया है। नागौर व सीकर थानों में कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी के मामले दर्ज होने के बाद झुंझुनूं जिले के निवेशकों में भी हड़कंप है।

प्रारंभिक तौर पर सामने आया है कि कंपनी में झुंझुनूं जिले से निवेशकों ने 100 करोड़ से ज्यादा रुपए का निवेश कर रखा है। यह फिगर और भी बढ़ सकता है। उक्त कंपनी के झुंझुनूं जिले में संचालित ऑफिस भी कई दिन से बंद पड़े हैं और इन ऑफिस में काम करने वालाें के मोबाइल फोन भी बंद आ रहे हैं।

जानकारी के अनुसार रिटर्न के तौर पर हर मंगलवार को निवेशकों के बैंक खातों / वॉलेट में कंपनी की ओर से पैसा आता था। लेकिन पिछले मंगलवार को पैसा जमा नहीं होने से कंपनी के फरार होने की अफवाह फैल गई और कंपनी में निवेश करने वालाें की बेचैनी बढ़ गई है। निवेश करने वाले एक दूसरे को फोन कर जानकारी ले रहे हैं।

कंपनी ने जिले में झुंझुनूं, चिड़ावा समेत कई स्थानों पर कलेक्शन सेंटर भी बना रखे थे जो कई दिनों से बंद पड़े हैं। निवेशकों ने कंपनी के इन ऑफिस में काम करने वालों से जानकारी लेने का प्रयास किया लेकिन वहां काम करने वालाें के मोबाइल फोन भी बंद आ रहे हैं। लोगों ने अपनी जमा पूंजी तो लगाई ही, रिश्तेदाराें, परिचितों के रुपए भी कंपनी में निवेश करवा दिए।

कई लोगों ने बताया कि कंपनी के संचालकों ने इस कदर लालच दिया कि लोगों ने लोन लेकर, जेवरात गिरवी रखकर कंपनी में रुपए जमा कराए थे। अकेले झुंझुनूं जिले से ही बड़ी संख्या में लोग उक्त कंपनी से जुड़े हुए हैं और निवेश की गई राशि भी करोड़ों में है।

निवेश करने वाले एक सेवानिवृत्त फौजी ने बताया कि कंपनी ने सेवानिवृत्त फौजी व कार्यरत फौजियों को आकर्षक स्कीम का लालच देकर उनकी पूंजी कंपनी में निवेश करवाया। झुंझुनूं के एक व्यक्ति ने बताया कि इस कंपनी ने शिक्षक, पुलिस जैसे सरकारी कर्मचारियों सहित जीप व टैंपो चालकों तक को भी अपने झांसे में लिया है।

मेरे पास अभी तक इस तरह की कोई शिकायत नहीं आई है। अगर कोई शिकायत आएगी तो कार्रवाई की जाएगी।

- मृदुल कच्छावा, एसपी (थानों में दर्ज एफआईआर में कंपनी का नाम नहीं होने से यहां कंपनी का नाम प्रकाशित नहीं किया गया है)

ऐसे मामले झुंझुनूं में भी : लोन, उधार व गहने गिरवी रखकर कंपनी में किया निवेश

  • बेरी के मनोज कुमार ने बताया कि उन्होंने पनलावा के रणवीर बिजारणियां, उपेंद्र बिजारनिया व सुभाष बिजारनिया के कहने पर कर्ज लेकर कंपनी में 19 लाख रुपए लगाए। सुभाष फौज से रिटायर हैं और उनके पिता नेमीचंद तीन बार सरपंच रह चुके हैं। इसलिए उनके विश्वास पर पैसा लगाया।
  • सीकर पालवास रोड निवासी दीपक बगड़िया ने केसीसी व बाजार से पैसा उधार लेकर कंपनी में आरटीजीएस के जरिए निवेश किया। पिपराली रोड स्थित ऑफिस में काम करने वाले मुकेश व सुधीर मील ने रिटर्न का लालच दिया था। सुधीर ने निवेश के बाद ऑनलाइन रिटर्न देखने के लिए कंपनी का वॉलेट दिया। वहीं तारपुरा के मनोहरसिंह ने दोस्तों से पैसा उधार लेकर डेढ़ महीने पहले 50 हजार रुपए लगाए।