इस साल सबसे कम भागीदारी:561 बच्चों को आइडिया मॉडल बनाने के लिए मिले 56.10 लाख, जिला प्रदर्शनी में महज 182 ही शामिल

झुंझुनूं4 महीने पहले
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जिले के बाल वैज्ञानिकों में इंस्पायर मानक अवार्ड में इस साल सबसे कम भागीदारी रही है। जिले के 561 बाल वैज्ञानिकों में से महज 182 विद्यार्थी ही जिलास्तरीय प्रदर्शनी में शामिल हुए। जो बीते तीन साल में सबसे कम बाल वैज्ञानिकों की संख्या है। यही कारण है कि राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में जिले की पहली बार सबसे कम भागीदारी रहेगी।

केन्द्रीय विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग हर साल स्कूली विद्यार्थियों में विज्ञान की रूचि बढ़ाने के मकसद से देशभर के स्कूलों से नए आइडिया मांगता है और उसके बाद भेजे गए आइडिया के आधार पर बाल वैज्ञानिकों का चयन करता है। जिले से वर्ष 2021-2022 में 561 बाल वैज्ञानिकों का चयन किया गया था। जिनको अपने आइडिया पर मॉडल बनाने के लिए 56 लाख 10 हजार रुपए संबंधित विभाग की ओर से दिए गए थे।

लेकिन जिलास्तरीय प्रदर्शनी में इन 561 बाल वैज्ञानिकों में से केवल 182 ही मॉडल बनाकर शामिल हुए। शिक्षा विभाग के अधिकारी बाल वैज्ञानिकों की कम भागीदारी को लेकर एक दूसरे को जिम्मेदार बता रहे हैं। जिला शिक्षा विभाग के अधिकारी इसकी जिम्मेदारी सीबीईओ व संस्था प्रधान पर डाल रहे हैं। जिसके बाद शिक्षा विभाग पर ही सवाल उठने लगे हैं।

हर साल बढ़ रही आइडिया भेजने वाले बच्चों की संख्या

2019-20 में केन्द्रीय विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से इंस्पायर मानक अवार्ड के लिए आवेदन मांगे थे। इसमें 2019-20 में 4500 विद्यार्थियों ने जिले से आइडिया भिजवाए थे। उनमें 661 बाल वैज्ञानिकों के आइडिया चुने गए। जिन्हें 66.10 लाख रुपए मिले। इसके बाद 2020-21 में 9800 विद्यार्थियों ने आइडिया भेजे।

जिनमें 562 आइडिया चुने गए और 56.20 लाख रुपए मिले। इसी तरह से 2021-22 में 11521 विद्यार्थियों के भेजे आइडिया में से 561 बाल वैज्ञानिकों का चयन किया जाकर उनको 56.10 लाख रुपए मिले थे। इसी तरह से 2022-23 में 12600 बाल वैज्ञानिकों ने आइडिया भिजवाए थे। जिनमें 579 आइडिया का चयन हुआ है।

3 साल में पहली बार घटी बाल वैज्ञानिकों की भागीदारी

जहां एक ओर जिले से आइडिया भिजवाने वाले विद्यार्थियों की संख्या हर साल लगातार बढ़ रही है तो दूसरी ओर इस साल जिला प्रदर्शनी में पहली बार बाल वैज्ञानिकों की भागीदारी 32 फीसदी ही रही। जिले में 2019 में चुने गए 661 बाल वैज्ञानिकों में से 572 बाल वैज्ञानिक जिला प्रदर्शनी में शामिल हुए थे। इनमें 57 का चयन राज्यस्तरीय प्रदर्शनी के लिए हुआ।

इसके बाद कोरोना के कारण ऑनलाइन प्रदर्शनी आयोजित की गई थी। इसमें 2020 के 562 चयनितों में 562 जिला प्रदर्शनी में शामिल हुए। इनमें 57 का चयन स्टेट प्रदर्शनी के लिए हुआ। इसी प्रकार 2021-22 में 561 बाल वैज्ञानिकों का चयन होने के बाद भी केवल 182 जिला प्रदर्शनी में पहुंचे। जिसके कारण केवल 18 बाल वैज्ञानिकों का राज्य स्तर के लिए चयन हो पाया। 2022-23 की जिला प्रदर्शनी का आयोजन होना है।

इंस्पायर अवार्ड में जिला देश में दूसरे नंबर पर है। कम भागीदारी को लेकर मुझे जानकारी नहीं है। इसको लेकर रिपोर्ट मांगते हैं, उसके बाद ही कुछ बता पाऊंगी।

-अनुसुइया सिंह, सीडीईओ

जिला प्रदर्शनी में भागीदारी को लेकर सीबीईओ व संस्था प्रधानों को पाबंद किया गया था। लेकिन कई बाल वैज्ञानिकों के विद्यालय बदलने से कम भागीदारी रही है। अब ब्लॉकवार अनुपस्थित बाल वैज्ञानिकों को लेकर रिपोर्ट मांगेंगे।

- उम्मेदसिंह महला, एडीईओ व प्रभारी इंस्पायर अवार्ड