गेहूं के भाव कम होने से आमजन को राहत मिली है। दो दिन में गेहूं के भाव 300 रूपए क्विंटल तक गिर गए है। झुंझुनूं मंडी में गेहूं के भाव 2600 रूपए तक प्रति क्विंटल पर आ गए है। इसका असर आटे के दामों पर भी पड़ा है। आटे के दाम में पिछले दिनों की तुलना में थोक भाव में 3 से 4 रुपए प्रतिकिलो की कमी आई है। इससे महंगाई की मार झेल रहे आम आदमी को कुछ राहत मिली है।
जनवरी के प्रथम सप्ताह से शुरू हुआ गेहूं के भाव में तेजी का दौर पिछले मंगलवार तक लगातार जारी था। गेहूं में उछाल से आटे के भाव 3200 से 3300 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंच गए थे। इसे नियंत्रित करने के लिए पिछले मंगलवार को सरकार ने 30 लाख मैट्रिक टन गेहूं ओपन मार्केट सेल स्कीम के तहत खुले बाजार में बेचने की घोषणा की। उसके बाद से गेहूं के भाव में गिरावट दर्ज की गई।
जानकारों के अनुसार सरकार की घोषणा के बाद अब गेहूं के भाव स्थिर रहने की उम्मीद है। वहीं मार्च के आखिरी सप्ताह से गेहूं की नई फसल आनी शुरु हो जाएगी। ऐसे में गेहूं के भाव अब नियंत्रण में रहने की संभावना है।
आटे के भाव में आई कमी
गेहूं के भाव कम होने से आटे के भाव में भी कमी आई है। इससे आमजन की जेब पर प्रति किलो के हिसाब से करीब 3 रुपए का आर्थिक भार कम होगा।
सरकार की घोषणा के बाद घटे भाव
गेंहू के व्यापारी अशोक कुमार ने बताया कि
पिछले दिनों गेहूं के भाव तेजी से बढ़ रहे थे। सरकार की ओर से खुले बाजार में 30 लाख टन मीट्रिक गेहूं की बिक्री की घोषणा के बाद गेहूं के भाव में 400 रुपए तक की गिरावट आ गई। गेहूं के भाव स्थिर रहने की उम्मीद है। इससे आमजन को फायदा मिलेगा।
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