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राज्यवर्धन बोले- प्रदेश में बहन-बेटियों को बेचा जा रहा:झुंझुनूं में कर्नल ने कहा- कानून व्यवस्था चौपट, दहशत का माहौल

झुंझुनूं7 महीने पहले
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पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा कि राजस्थान में कानून व्यवस्था खत्म हो चुकी है। भय और दहशत का माहौल है। कानून का पालन करने वाले घबराए हुए हैं और जो कानून तोड़ रहे हैं, वे खुलेआम घूम रहे हैं। राठौड़ पूर्व सैनिक सेवा परिषद के दो दिवसीय अधिवेशन में झुंझुनूं भाग लेने आए थे।

राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में बेटियों को बेचा जा रहा है। प्रदेश का मुखिया एकदम चुप है। उन्होंने कहा कि एनसीबीआर के आंकड़ों में राजस्थान दुष्कर्म में नंबर वन पर पहुंच चुका है, दलितों पर अत्याचार पर देश में टॉप 5 प्रदेश में शामिल है। यहां आए दिन डकैती और दुष्कर्म हो रहे हैं। लेकिन उनकी एक ही प्राथमिकता है, एक ही धर्म है सिर्फ कुर्सी को बचाना, कुर्सी पर बने रहना।

उन्होंने भीलवाडा को लेकर कहा कि यहां बहन- बेटियों को बेचा जा रहा है, कई सालों से यह काम चल रहा है, जबकि पिछले तीन साल से प्रदेश सरकार को इसकी जानकारी है। लेकिन आज तक कार्रवाई नहीं की गई है, मामले में एक भी एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।

उन्होंने राजस्थान सरकार पर काम नहीं करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एमएसपी पर बाजरे की फसल नही खरीदी गई। जबकि हरियाणा में खरीदी गई, ऐसे ही कई उदाहरण हैं, किसानों के ऋण माफी की बात करे तो आत तक ऋण माफ नहीं किया गया। ऋण माफी की बात सुन-सुन कर किसानों के कान पक चुके है, लेकिन अब तक किसानों का ऋण माफ नहीं किया। चिरंजीवी योजना को लेकर बोलते हुए कहा कि इस योजना में एक भी अस्पताल काम करने को तैयार नही है, हर वर्ग परेशान है, किसानों,युवा, महिला सभी असुरक्षित है।

उन्होंने कहा कि लीडरशिप की इच्छा शक्ति होनी चाहिए, लेकिन यहां के मुखिया व अन्य मंत्रियों में काम करने की इच्छा नहीं दिखाई दे रही है। इनका सिर्फ एक ही लक्ष्य है कुर्सी बचाना, सत्ता में बने रहना। उन्होंने राजस्थान के विधायकों के इस्तीफे को लेकर कहा कि यह सिर्फ यहा की जनता में धूल झोंकने का काम है, कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व पर दबाव बनाने का एक तरीका है, त्याग पत्र कहा है और अगर है तो किसके पास है, क्या वो सही फॉर्मेट में है, अगर सही है तो उसको स्वीकार किया जाए।

उन्होंने कहा केंद्र में गृह मंत्रालय की बैठक हुई। लंपी को लेकर बैठक हुए लेकिन उसमें भी राजस्थान के मंत्री नहीं पहुंच, उनका फोकस नहीं है, इनकी प्राथमिकता केवल एक ही है कुर्सी बचाओ, वहीं जल जीवन योजना को लेकर बोलते हुए राठौड ने कहा कि केंद्र सरकार ने पूरे देश मे घर घर पानी पहुंचाने का संकल्प लिया है, लेकिन राजस्थान में अभी तक 30 प्रतिशत काम हुआ है, बाकी गुजरात में 100 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है, वहां हर घर में पानी पहुंच चुका है, लेकिन राजस्थान सरकार विकास कार्यों को लेकर गंभीर नहीं है, यहां का हर वर्ग परेशान है।

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