पर्यावरण संरक्षण की अलख जगाने के लिए माउंट एवरेस्ट तक साइकिल यात्रा पर निकले पप्पू चौधरी झुंझुनूं पहुंचे। यहां पहुंचने पर युवाओं ने पप्पू का स्वागत किया और उनके हौसले की सराहना करते हुए कहा कि अगर हर व्यक्ति में पप्पू चौधरी जैसी सोच पैदा हो जाए, तो पर्यावरण संरक्षण के लिए किसी को जागरूक करने की आवश्यकता नहीं होगी।
पप्पू ने 1 सितंबर को नागौर से साइकिल यात्रा की शुरू की थी। अब तक राजस्थान के 11 जिलों की साइकिल पर यात्रा कर चुके है। पप्पू चौधरी नागौर से होते हुए जोधपुर, पाली, सिरोही, जालौर, बाड़मेर, जैसलमेर बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़ और चूरू के बाद झुंझुनूं पहुंचे।
वह अब तक चार हजार किलोमीटर की दूरी तय कर चुके है। माउंट एवरेस्ट तक पहुंचने के लिए लगभग डेढ़ साल तक यात्रा करेंगे। माउंट एवरेस्ट तक पहुंचने के लिए बीस हजार किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय करेंगे। पप्पू के इस काम हर जगह सराहना हो रही है, जगह जगह स्वागत किया जा रहा है।
पप्पू चौधरी नागौर जिले के खींवसर के रहने वाले है। उनका सपना है कि माउंट एवरेस्ट कैंप तक साइकिल यात्रा निकालकर पर्वतारोहण का प्रशिक्षण हासिल कर एवरेस्ट अभियान दल का हिस्सा बने। पप्पू को राजस्थान में तीन महीने और लगेंगे उसके बाद साल भर तक यात्रा कर माउंट एवरेस्ट बेस कैंप तक पहुंचेंगे। पप्पू बताते है कि उन्हें पर्यावरण बचाने का जुनून है और इसके लिए वे काम कर रहे हैं, ताकि लोग उन्हें देखेंगे तो पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक होंगे।
इन जिलो कर चुके है यात्रा
पप्पू अब तक नागौर, जोधपुर, पाली, सिरोही, जालौर, बाड़मेर, जैसलमेर बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, झुंझुनूं की यात्रा कर चुके है।
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