न्यायिक कर्मचारी सुभाष मेहरा की मौत के मामले में कलेक्ट्रेट पर दिया जा रहा धरना मंगलवार को भी जारी रहा। प्रदेशव्यापी आह्वान पर मुख्यालय सहित उपखंड व तहसील स्तर पर स्तर पर न्यायिक कर्मचारियों की ओर धरना दिया जा रहा है। न्यायिक कर्मचारी के सामूहिक अवकाश पर जाने से कोर्ट के कामकाज प्रभावित हो रहे है। पिछले छ दिनों से आमजन के काम अटके हुए है। लेकिन मामले में अभी तक सहमति नहीं बन पाई है। मंगलवार को धरने पर बड़ी संख्या में न्यायिक कर्मचारी मौजूद रहे। इस दौरान धरने बैठे कर्मचारियों ने नारेबाजी करते हुए मृतक के परिवार को 50 लाख रुपए की सहायता देने, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने, मामले की सीबीआई जांच करते सहित विभिन्न मांग की।
जिलाध्यक्ष सुभाष मूंड ने बताया कि जब तक मामले की जांच नहीं होगी तब तक धरना जारी रहेगा। जरूरत पड़ने पर आंदोलन को तेज किया जाएगा। मंगलवार को कई संगठनों ने न्यायिक कर्मचारियों के धरने को समर्थन दिया।
धरने पर रीडर अशोक जोशी, धर्मेन्द्र बेनीवाल, झंडू राम, हीरालाल मीणा, किरोड़ी लाल, रवि वर्मा, आत्माराम, मोहम्मद रफीक, भादर मुंशीराम, रामगोपाल, मुरारीलाल, महेंद्र मुंड, सुधिन्द्र, सुशील नेहरा, विनोद शर्मा, बहादूर सिंह महला, शिशराम कस्वा, रामसिंह, रामजीलाल देतवाल, विशाल सुरोलिया, बलवीर कस्वा, गजराज मीणा सहित बड़ी संख्या में कर्मचारी धरने पर मौजूद रहे।
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