सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग की ओर से जोधपुर के राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज में राजस्थान डिजी फेस्ट -2022 शनिवार से शुरू हुआ। इस फेस्ट का अवलोकन करने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पहुंचे। कार्यक्रम में मौजूद बेरोजगार युवाओं ने मुख्यमंत्री के सामने मोदी-मोदी के नारे लगाए।
पुलिस को युवाओं को शांत करवाने के लिए मशक्कत करनी पड़ी। इधर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने अशोक गहलोत जिंदाबाद के नारे लगाए। मंच पर संबोधन के दौरान भी जब यूथ ने मोदी-मोदी के नारे लगाना शुरू किया तो मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी बजट युवाओं के नाम है।
डीजी फेस्ट में रोजगार पाने के लिए 61 हजार अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन आवेदन किया है। साथ ही सुबह से ही फेस्ट में हिस्सा लेने आने वालों की कतार लगी रही। राज्य भर से अभ्यर्थी यहां पहुंचे हैं। 13 नवम्बर तक आयोजित राजस्थान डिजी फेस्ट -2022 में 250 से अधिक कंपनियां प्लेसमेंट के लिए हिस्सा ले रही हैं। इसी साल में जयपुर में आयोजित हुआ डिजी फेस्ट सफल रहा। उसमें करीब 16 हजार बेरोजगारों को जॉब मिला था। इस बार भी आंकड़ा इससे पार जाने की उम्मीद है।
डीजी फेस्ट में प्रवेश फ्री
डीजी फेस्ट में प्रवेश निःशुल्क है। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा के जरिए 61 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स ने अपना पंजीयन कराया है। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं करवा पाने वालों के लिए जॉब फेयर में एक काउंटर की व्यवस्था है। यहां सुबह से ही लम्बी कतारें नजर आई। इस आयोजन में आकर्षण का केंद्र जॉब फेयर एवं आईटी के नए आयामों की प्रदर्शनी है। आई ई-स्टार्टअप भी आकर्षित कर रहा है। आई ई-स्टार्टअप के माध्यम से स्टार्टअप्स के लिए जोधपुर में इन्क्यूबेशन सेंटर जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं।
दूसरे शहरों से पहुंचे स्टूडेंट्स
जयपुर से आई लक्षिता शर्मा ने बताया कि यहां चल रहे रोजगार मेले में हिस्सा लेने आई हूं। गंगानगर और उदयपुर से आने स्टूडेंट्स का कहना है कि इस फेस्ट में कई कंपनियां आ रही हैं। इंटरव्यू के बाद प्लेसमेंट देंगी। इसलिए इस फेस्ट में पहुंचें हैं। कोटा से आए राजेश व उसके दोस्तों ने कहा कि बीटेक व इंजीनियरिंग की है, उम्मीद है यहां जॉब मिल जाए।
एक्सपर्ट करेंगे गाइड
इस फेस्ट में बेरोजगारों को एक्सपर्ट गाइड करेंगे। नई टेक्नोलॉजी से अवगत करवाया जाएगा। साथ ही स्टार्ट अप के बारे में जानकारी भी दी जाएगी। यह आयोजन एक मल्टी इंडस्ट्री और मल्टी प्रोफाइल जॉब फेयर के रुप में उभर रहा है। यहां विशेषज्ञों के उचित मार्गदर्शन में देश-दुनिया की दिग्गज आईटी कंपनियों के नियोक्ताओं से जुड़ेंगे।
इस फेयर में आईटी, बीपीओ, इंफ्रास्ट्रक्चर, इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल, बैंकिंग एण्ड फाइनेंस, कंसल्टिंग, पेट्रोलियम, रिटेल और टेलीकॉम जैसी लगभग 250 से अधिक कंपनियों के नियोक्ताओं से संपर्क स्थापित करने के अपार अवसर सुलभ करवाएंगी।
मौके पर पहुंच कर भी करवा सकते हैं रजिस्ट्रेशन
सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग जोधपुर के अतिरिक्त निदेशक मगनराज पुरोहित ने बताया कि पिछले जॉब फेयर में 16 हजार से अधिक अभ्यर्थियों का चयन हुआ था। इसमें प्रवेश निःशुल्क है। इसमें ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा के माध्यम से 61 हजार से अधिक ने अपना पंजीयन कराया है।
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं करवा पाने वालों के लिए जॉब फेयर में एक काउंटर की व्यवस्था की गई है। यहां सुबह से ही लम्बी कतारें नजर आ रही है। इस आयोजन में आकर्षण का केंद्र जॉब फेयर एवं आईटी के नए आयामों की प्रदर्शनी तथा आई ई-स्टार्टअप है। उन्होंने बताया कि आई ई-स्टार्टअप के माध्यम से स्टार्ट अप्स के लिए जोधपुर में इन्क्यूबेशन सेंटर जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं।
संडे को होगा समापन
राजस्थान डिजी फेस्ट का समापन रविवार को होगा। समापन समारोह में भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे। मुख्यमंत्री जोधपुर और पाली के इंक्यूबेशन सेंटर का शुभारंभ करेंगे तथा राजस्थान स्टार्ट अप पॉलिसी -2022 लॉन्च करेंगे।
सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग जोधपुर के अतिरिक्त निदेशक ने बताया कि डिजी फेस्ट के दौरान विभाग विभिन्न दिग्गज आईटी कंपनियों के साथ एमओयू हस्ताक्षर कर प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करेगा। उन्होंने बताया की कोरोना काल में जब लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे थे तो वह टेक्नोलॉजी ही थी जिसके जरिए लोग एक दूसरे से जुड़े रहे। लोगों की सुविधा के लिए टेक्नोलॉजी का उपयोग कर ऑनलाइन डिलीवरी की गई।
उन्होंने बताया कि हमारा यह प्रयास है कि अधिक से अधिक कंपनियों को विभाग से जोड़ें ताकि राजस्थान में युवाओं व आमजन के लिए रोजगार के अधिक से अधिक अवसर पैदा हो सकें। डिजी फेस्ट के अंतर्गत मुख्य उद्देश्य यह भी है कि आईटी कंपनियों के माध्यम से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, वर्चुअल रियालिटी, बिग डाटा एनालिसिस, रोबोटिक, क्लाउड कंप्यूटिंग के साथ-साथ क्वांटम कंप्यूटिंग जैसी उन्नत और उभरती प्रौद्योगिकियों पर सर्टिफिकेट कोर्स संचालित किये जा सकें।
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राजस्थान की पहली फाइनेंस और टेक्नोलॉजी (डिजिटल) यूनिवर्सिटी जोधपुर में बनेगी। यूनिवर्सिटी में 31 कोर्स होंगे। हर साल 4 हजार स्टूडेंट्स को एडमिशन मिल सकेगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को कहा- 600 करोड़ में यूनिवर्सिटी की बिल्डिंग एक साल में बनकर तैयार हो जाएगी। जोधपुर के करवड़ के पास काम शुरू हो चुका है। (पूरी खबर के लिए क्लिक करें)
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