उत्तराखंड का एक गैंगस्टर जोधपुर से दो बहनों को लेकर फरार हो गया। दोनों के साथ बारी-बारी से रेप किया। पिता ने थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई तो पुलिस ने जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि आरोपी दोनों बहनों को लेकर भोपाल फरार हुआ था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में सामने आया कि वह उत्तराखंड का वांटेड है। तीन राज्यों की पुलिस को उसकी तलाश थी।
डीसीपी ईस्ट अमृता दुहन ने बताया कि 18 नवंबर को जोधपुर के माता के थान में एक पिता ने दो बेटियों के गायब होने का मामला दर्ज करवाया था। पिता ने बताया कि उनकी एक 21 और एक 16 साल की बेटी है। 16 नवंबर को 3 बजे कहीं चली गईं। जब उन्होंने अपने स्तर पर पड़ताल की तो सामने आया कि उनका किराएदार हितेंद्र पाल (43) लेकर भाग गया है। हितेंद्र की दोस्ती उनके लड़के से ओला पार्टी फ्रेंडशिप ऐप के जरिए हुई थी।
बेटे को गैंगस्टर ने बताया था कि उसकी जोधपुर में एक कंपनी में जॉब लगी है। 25 दिन पहले जब वह घर आया और यहीं पर मकान किराए पर लेकर रहने लगा। 16 नवंबर को वह जयपुर जाने का कहकर निकला था। इस दाैरान उन्होंने दोनों बेटियों को शादी का झांसा दिया और उन्हें साथ लेकर चला गया।
किशनगढ़ की तरफ जाते दिखा आरोपी
डीसीपी अमृता दुहन ने बताया कि जब पुलिस ने सीसीटीवी खंगाले तो पता चला वह किशनगढ़ की तरफ गया है। उन्होंने बताया कि वह इतना शातिर था कि जोधपुर से जिस टैक्सी में गया था उसे कहा था कि उसकी किशनगढ़ से फ्लाइट है। लेकिन, आरोपी किशनगढ़ उतर कर अजमेर आ गया। यहां दो दिन तक रुका और अजमेर से ट्रेन पकड़ भोपाल चला गया।
पहले अजमेर रुके, वहां से भोपाल पहुंचे
जोधपुर पुलिस को जब पता चला कि हितेंद्र भोपाल में है तो उन्होंने भोपाल डीसीपी क्राइम से कॉन्टैक्ट किया। आरोपी भोपाल रेलवे स्टेशन के पास एक होटल में रुका था। पुलिस होटल पहुंची तक आरोपी दोनों बहन को वहां से लेकर निकलने वाला ही था कि उसे 20 नवंबर को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद पुलिस 21 नवंबर को आरोपी को जोधपुर ले आई। पूछताछ में हितेंद्र ने पुलिस को बताया कि वह शातिर गैंगस्टर है। उसका नाम अंश नहीं हितेन्द्रपाल है, जो कि उत्तराखंड के काशीपुर, जिला ऊधमसिंह नगर में गिरीताल कॉलोनी में रहता था।
17 मामले दर्ज हैं, फरीदाबाद व काशीपुर का वांछित है
हितेन्द्रपाल ने सोशल मीडिया ऐप पर अंश नाम से फर्जी आईडी बना रखी थी। इसी ऐप के जरिए वह दोनों बहनों के भाई के कॉन्टैक्ट में आया। इतना ही नहीं जोधपुर से फरार होने से पहले हितेंद्र ने अपना फर्जी आईडी कार्ड बना दिया था। इसमें अपना नाम विवेक कुमार बता एक बहन को पत्नी बताया। जबकि दूसरी बहन को अपना बहन बताया।
हितेन्द्रपाल पर अल्मोड़ा (उत्तराखंड) , फरीदाबाद (हरियाणा) , दिल्ली में हत्या, लूट, एनडीपीएस एक्ट, आर्म्स एक्ट, आबकारी अधिनियम, अपहरण, मारपीट समेत 17 मामले दर्ज हैं। वह 4 मर्डर कर चुका है, जिसका जोधपुर पुलिस जल्द खुलासा करेगी। आरोपी इतना शातिर था कि उसने अपने सारे काम फर्जी नाम से कर रखे थे। वोटर आईडी, मोबाइल सिम, खाता सभी फर्जी नाम से थे। यहां तक की जिन लड़कियों को वह जोधपुर से भगा ले गया भोपाल पहुंचते ही उसने उनके फर्जी आधार कार्ड तैयार करवा लिए।
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