मारवाड़ का वांटेड हिस्ट्रीशीटर और 007 गैंग का सरगना राजाराम उर्फ राजू मांजू को जोधपुर पुलिस ने गुरुवार दोपहर 3 बजे गिरफ्तार कर लिया। मांजू के साथ उसके दो साथी राजेश और विकास कुमार भी थे। इनमें से एक विकास रीट पेपर लीक प्रकरण से जुड़ा है। इसे जोधपुर पुलिस एसओजी को सौंपेगी। इससे पहले पुलिस को देख राजू BMW कार में भागने लगा। पुलिस ने पीछा किया। दो राउंड फायरिंग कर टायर में गोली मार दी। फिर पुलिस ने गैंगस्टर और उसके दोनों साथियों को पकड़ लिया।
जोधपुर ग्रामीण एसपी अनिल कयाल ने बताया कि 14 नवम्बर को देचू थाना क्षेत्र के ठाडिया गांव में आयोजित एक शादी समारोह में हुए गैंगवार के बाद से राजू मांजू फरार था। इस पर 5 हजार रुपए का इनाम था। लोहावट पुलिस को गुरुवार को सूचना मिली कि वह किसी शादी में चंद्रनगर आया है। थाना अधिकारी केसाराम टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस को देख वह अपनी कार से फरार हो गया। पुलिस ने टायर पर फायरिंग की तो उसकी गाड़ी एक खंभे से टकरा कर बंद हो गई। पुलिस ने राजू मांजू (30) पुत्र रावलराम विश्नोई, चंद्रनगर निवासी राजेश पुत्र सुखराम विश्नोई (25), जालोर के करड़ा क्षेत्र निवासी 25 वर्षीय विकास कुमार पुत्र लादूराम विश्नोई मांजू को गिरफ्तार किया। मांजू तीन अन्य वारदातों में फरार चल रहा था।
हथियार के साथ फोटो किए थे शेयर
आनंदपाल की मौत और लॉरेंस के जेल में जाने के बाद यह गैंग एक्टिव हुआ था। मारवाड़ में दहशत फैलाने, तस्करी और रंगदारी के नेटवर्क को फैलाने के लिए 007 गैंग बनाया गया था। कुछ समय पहले इस गैंग से जुड़े बदमाशों ने हथियारों के साथ फोटो और वीडियो शेयर किए थे।
30 से ज्यादा मामले दर्ज, गैंग का सरगना बताता
राजू मांजू के खिलाफ जोधपुर रेंज के विभिन्न थानों में लूट, हत्या, हत्या का प्रयास, अवैध मादक पदार्थ तस्करी, अवैध हथियार, राजकार्य में बाधा के कुल 30 मामले दर्ज हैं, जबकि राजेश के खिलाफ जोधपुर ग्रामीण में लूट व हत्या के प्रयास व आर्म्स एक्ट के मामले दर्ज हैं। राजू मांजू खुद को 007 गैंग का सरगना भी बताता था। विकास कुमार को लड़ाई-झगड़ा करने पर शांति भंग में गिरफ्तार किया। पूछताछ की तो सामने आया कि रीट प्रकरण में वह फरार चल रहा था।
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