शिकारगढ़ राेड स्थित 700 मकानाें की आबादी वाली आशापूर्णा नैनोमेक्स काॅलाेनी के उपभाेक्ता डिस्काॅम की लापरवाही के चलते आर्थिक नुकसान उठा रहे हैं। कॉलोनी में डिस्कॉम का मीटर रीडर कभी कभार ही आता है। ज्यादातर बिजली के बिल एवरेज के अनुसार भेजे जा रहे हैं।
इसके साथ ही कॉलाेनी में सबसे ज्यादा पीड़ा यह है कि कुछ मकानों में शहरी क्षेत्र के अनुसार बिजली के बिल दिए जा रहे हैं और कुछ जगह पर ग्रामीण क्षेत्र के अनुसार आ रहे हैं। खास बात यह है कि आशापूर्णा नैनोमेक्स कॉलोनी ग्राम पंचायत खारड़ा रणधीर में आती है।
नियमों के अनुसार कॉलोनी में बिजली के बिल ग्रामीण एरिया हिसाब से भेजे जाने चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। इसके साथ ही बिजली कटौती से भी कॉलोनी के उपभोक्ता परेशान हैं। इसको लेकर आशापूर्णा नैनोमेक्स की रेजिंडेट सोसायटी ने बुधवार को सहायक अभियंता आरके सोनी को ज्ञापन भी सौंपा है। सोनी ने बताया कि समस्या को लेकर क्षेत्र के लोग मिले थे। जो समस्या है उनका समाधान करने की पूरी कोशिश की जाएगी।
सर्किल बदलने से हो रही गफलत, शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के आ रहे बिल
कॉलोनी पहले झालामंड डिस्कॉम के सर्किल में आती थी। झालामंड सर्किल शहरी क्षेत्र में आता है। वर्ष 2019 में सहायक अभियंता डिगाड़ी सर्किल का गठन किया गया। जिन उपभोक्ताओं के कनेक्शन पूर्व में झालामंड सहायक अभियंता कार्यालय से लिए गए थे, उनके बिल शहरी क्षेत्र के अनुसार आ रहे हैं। वहीं जिन उपभोक्ताओं ने बिजली के कनेक्शन डिगाड़ी सहायक अभियंता कार्यालय से लिए उनके बिल ग्रामीण के अनुसार जारी किए जा रहे हैं।
समस्या का समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन करेंगे| कॉलोनी के रहने वाले उपभोक्ता मानसिंह मेड़तिया, विवेकानंद शर्मा, महेंद्रसिंह, पंकज मोहन, प्रकाश चौधरी, खेतपाल सिंह और सुनील व्यास ने बताया कि कॉलाेनी ग्राम पंचायत खारड़ा रणधीर में आ रही है। इसके अनुसार बिजली के बिल ग्रामीण एरिया के अनुसार आने चाहिए, लेकिन बिल शहरी क्षेत्र के अनुसार आ रहे हैं। डिस्कॉम ने जल्द ही समस्या का समाधान नहीं किया तो आंदोलन किया जाएगा।
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