मानसिक संतुलन को दिया था, काउंसिलिंग के बाद पाया परिवार:5 साल बाद अपनों से मिलकर छलके खुशी के आंसू

जोधपुर7 दिन पहले
मानसिक उपचार के बाद की गई काउंसलिंग से परिवार जनों का पता चला। हाफ वे होम से 2 लोगों को सालों बाद अपने परिवार से मिलाया गया।

जोधपुर के तंवर शिक्षण संस्थान की ओर से संचालित हाफ वे होम के प्रयासों से संस्था में प्रवेशित 2 व्यक्तियों को परिवार से मिलाया गया। संस्था के सचिव साबिर ने बताया कि प्रकाश पुत्र किशनलाल निवासी फलोदी 5 साल बाद परिवार से मिले। रमेश कुमार पुत्र डूंगरराम निवासी जैतारण 1 वर्ष बाद परिवार से मिले। इस दौरान परिवार के सदस्यों की आंखों में खुशी के आंसू छलक आए।

कई साल बाद अपने परिवार से मिलकर प्रकाश भावुक हो गए। प्रकाश का मानसिक उपचार चल रहा था, इस दौरान उन्हें परिवार से दूर रहना पड़ा। पहले एमडीएम अस्पताल और फिर हाफ वे होम में उपचार चला। फिर काउंसलिंग की गई। इसी काउंसलिंग में उनके परिवार और घर के बारे में पता चला। अब ऐसे ही दो जनों को अपने परिवार से मिलाया गया है।

साबिर ने बताया कि इन दोनों व्यक्तियों का मथुरादास माथुर अस्पताल के मनोविकार केंद्र में इलाज चल रहा था। उसके बाद उन्हें हाफ वे होम शिफ्ट किया गया था। इनकी कई बार काउंसिलिंग की गई और परिवारजनों का पता लगाकर कर संपर्क किया गया।

संस्था ने इस खुशी के मौक़े पर उत्साह के साथ सेलिब्रेशन कर दोनों के परिवारजनों से मिलाया। इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारी विभाग के उपनिदेशक अनिल व्यास, समाज सेवी दिनेश जैन, संस्था अध्यक्ष हाजी मोहम्मद हुसैन, उड़ान फाउंडेशन अध्यक्ष वरुण धनाडिया, सुनील वर्मा, दुष्यंत व्यास, मनीष गौड़, तेज सिंह व अन्य उपस्थित रहे।