केंद्र सरकार के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेस ग्रीन कॉरिडोर 764 के हाइवे (भारतमाला) के निर्माण कार्य की पोल मानसून की पहली बारिश ने ही खोल दी है। जोधपुर जिले के बालेसर-ओसियां व लोहावट क्षेत्र से गुजरने वाली भारतमाला परियोजना की गगाड़ी क्षेत्र सहित निकटवर्ती खुडियाला, चण्डालिया व आसपास के क्षेत्रों से ऐसी तस्वीरें सामने आई है।
रविवार को यहां बारिश हुई थी। बारिश में ताजनगर, गगाड़ी चण्डालिया के बीच जगह-जगह सड़क पानी में बह गई। सड़क के किनारे बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। भास्कर टीम ने सोमवार को सड़क का जायजा लिया तो करीब 7 किमी एरिया में 46 जगह से मिट्टी बही हुई मिली। निर्माण कंपनी के कर्मचारी सोमवार सुबह से मिट्टी भरने में जुटे रहे।
जहां सड़क नीचे से खोखली हुई, वहां उसी तरह मिट्टी भरना सुरक्षा की दृष्टि से खतरे से खाली नहीं है। निर्माण कंपनी एनकेसी का प्लांट गगाड़ी में ही है। ऐसे में सुबह से कर्मचारियों को मरम्मत पर लगाया है। कंपनी अधिकारियों ने बताया कि क्षतिग्रस्त सड़कों को दुरुस्त करने और कमियों को सुधारने के लिए सर्वे कराएंगे।
2 साल से चल रहा निर्माण
गगाड़ी के पास से एक्सप्रेस हाइवे गुजर रहा है। इसका निर्माण कार्य दो साल से चल रहा है। रविवार को क्षेत्र में हुई बारिश से ताजनगर, खुडियाला, गगाड़ी, चंडालिया के आसपास सड़क कई किमी तक बह गई। कई पुल भी पानी भरने से जाम हो गए। जमीन में भराव नहीं होने से सड़क में कई जगह कटाव आ गया।
और अफसर बोले... अभी पूरी बनी नहीं
एनकेसी इंचार्ज आरएस राठौड़ ने बताया कि पानी का बहाव ज्यादा था और अभी पूरी तरह से रपट बनी नहीं है। इस कारण पानी के साथ रेत बह गई थी। वहीं, एनएचआई के सीनियर प्रोजेक्ट मैनेजर सुधीर शर्मा ने बताया कि गगाड़ी में जो भी सड़क क्षतिग्रस्त हुई उसे सही करवा दिया। रपट को सही करवा देंगे।
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