सुरीली आवाज से देश-दुनिया पर दशकों राज करने वाली लता मंगेशकर का जोधपुर से भी खास नाता रहा है। लता दीदी ने 'मैं हूं जोधपुर की जुगनी…' गाकर राजस्थानियों के दिलों पर राज किया। यह गाना हर राजस्थानी की जुबान पर था। साल 1978 में 'पाप और पुण्य' फिल्म का यह गाना शर्मिला टैगोर पर फिल्माया गया था। कल्याण और आनंद का संगीत था। लता दीदी के गीतों के सफर को लेकर म्यूजिक डायरेक्टर उत्तम सिंह से भास्कर ने बात की।
45 साल की यादें आंखों के सामने आईं
वारिस, दुश्मन, हम तुम पर मरते हैं, फर्ज, प्यार दीवाना होता है जैसी फिल्मों में म्यूजिक दे चुके उत्तम सिंह बोले- 45 साल की यादें आंखों के सामने आ गईं हैं। एक सरस्वती का सरस्वती में विलय हो गया है। मैं भाग्यशाली हूं कि मेरे अधिकतर गाने उन्होंने गाए हैं। सरस्वती मां को नहीं देखा, लेकिन लता दीदी साक्षात सरस्वती थीं। उनके पैर हमेशा छूता था। लता से बहुत प्यार व आशीर्वाद मिला। सबसे यादगार उनका गाना ' मेरे प्यार की उमर हो… इतनी सनम, तेरे नाम से शुरू तेरे नाम से खतम…' रहा है।
8 बार रिहर्सल के बाद गाना रिकॉर्ड करती थीं
गदर और दी हीरो फिल्म में म्यूजिक कंपोज कर चुके उत्तम सिंह ने बताया- मनोज कुमार की फिल्म पेंटर बाबू में लता के गाने में मैंने वायलन बजाया था। एक एलबम बनाया था 'ओम साईं राम' उसमें लता दीदी ने 12 गाने गाए थे। वे कभी थकती नहीं थीं। पहले सात से आठ बार रिहर्सल करतीं और फिर गाना रिकॉर्ड करतीं। कभी हम कह देते थे कि वन मोर तो कभी नहीं पूछती थीं कि फिर से क्यों ?
फिल्म डायरेक्टर यश चोपड़ा को लता दीदी छोटा भाई मानती थीं। उनकी फिल्म 'दिल तो पागल है' के गानों को जब फिल्माया गया। तब गानों को टुकड़ों में गा सकते थे। उत्तम सिंह ने कहा कि जब मैं बोलता कि सेकेंड अंतरा रिकॉर्ड कर लेते हैं तो वे बोलती थीं पूरा क्यों नहीं। फिर पूरा गाना रिकॉर्ड होता था। वह माइक्रोफोन पर पूरी तैयारी के साथ जाती थीं।
उनका प्यार याद आ रहा
उत्तम सिंह ने कहा कि लता दीदी बाहर किसी के साथ खाना नहीं खाती थीं। मेरे साथ कई बार उन्होंने खाना खाया। गाने रिकॉर्डिंग के लिए स्टूडियो मैं ही लेकर आता था और घर भी मैं ही छोड़ता था। उस दौरान गाड़ी में बातें करना और उनका मेरे लिए जो स्नेह था, वह सब आज याद आ रहा है।
पहले ही पूछ लेती थीं एक्ट्रेस का नाम
फिल्म प्रोड्यूसर रतन जैन ने बताया कि उनकी 2003 में फिल्म 'द हीरो लव स्टोरी ऑफ स्पाई' आई थी। फिल्म में प्रीति जिंटा व सनी देओल पर एक गाना फिल्माया गया था। उसके गानों के लिए जब लता दीदी से बात की, तब उन्होंने यह पूछा किस एक्ट्रेस के लिए गाना गाना है। यह उनकी खासियत थी कि जिस एक्ट्रेस पर गाना फिल्माया जाना होता दीदी उनकी जैसी आवाज में ही गाती थीं। रतन जैन ने 2010 में जैन धर्म के नमोकार मंत्र दीदी की आवाज में रिकॉर्ड किए, जो जैन समाज के लोगों के मोबाइल कॉलर ट्यून बन गए।
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