पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install AppAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
जिले की लूणी पंचायत समिति के एक अतिरिक्त विकास अधिकारी ने चार लाइन की चिट्ठी मुख्यमंत्री को लिखकर जोधपुर से जयपुर तक पुलिस व प्रशासन की नींद उड़ा दी। मामला अतिरिक्त विकास अधिकारियों की मांगों पर सरकार के उचित कार्रवाई नहीं करने का था। ये इन अधिकारियों के संघ के प्रदेशाध्यक्ष हैं तो इन्होंने मुख्यमंत्री को लिख दिया कि समाधान नहीं मिला तो 30 जनवरी की तारीख इनके जीवन की आखिरी तारीख होगी।
फिर क्या था, सीएमओ से फोन सीधा जोधपुर आया। पुलिस व प्रशासन ने तलाश शुरू की। मिले नहीं। पता चला जयपुर में ही है। वहां की पुलिस सक्रिय हुई। पकड़ा और सीधे सीएमओ के प्रमुख शासन सचिव के सामने ले जाकर पेश कर दिया। उन्होंने उनकी नाराजगी सुनी, बात की। आश्वस्त किया कि सोमवार को बैठकर तसल्ली से बात करेंगे।
जिन मुद्दों पर सहमति संभव होगी, उन पर सहमति भी देंगे। दरअसल, पंचायतीराज के अतिरिक्त विकास अधिकारियों की समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर राज्य सरकार के स्तर पर आंदोलन कर रहे लूणी के अतिरिक्त विकास अधिकारी सोहन डारा ने पहले कई स्तर पर सरकार से वार्ता हाेने के बाद भी समाधान नहीं होने से व्यथित होकर गत 15 जनवरी को मुख्यमंत्री को चार लाइन का पत्र लिख दिया। उसमें लिखा कि सीएमओ के स्तर पर चार दौर की वार्ता के बाद भी शासन सचिवालय के अफसरों की हठधर्मिता के चलते समाधान नहीं हो रहा है।
ऐसे में 30 जनवरी मेरे जीवन की अंतिम तारीख समझी जाए। मुख्यमंत्री कार्यालय ने 22 जनवरी को जिला कलेक्टर जोधपुर को इस बारे में आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देश दिए। मामला सरकार के स्तर का था तो यहां से कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। इस बात को एक सप्ताह निकल गया। अब चेतावनी वाली तारीख आ गई तो सीएमओ से जोधपुर प्रशासन को डारा की चेतावनी को लेकर पूछा गया। तब प्रशासन हरकत में आया, पुलिस भी ने तलाश शुरू की। इस बीच, जिला परिषद सीईओ डॉ. इंद्रजीत की डारा से बात हुई।
पता चला कि वे तो अवकाश पर जयपुर गए हुए हैं। उसी समय जयपुर को इत्तला दी गई। जयपुर पुलिस ने डारा को ढूंढ लिया और सीधे मुख्यमंत्री के प्रमुख शासन सचिव कुलदीप राका के पास ले गए। दोनों के बीच बातचीत हुई। तय हुआ कि सोमवार को संघ व शासन के स्तर पर वार्ता हाेगी।
संघ के प्रदेशाध्यक्ष डारा ने बताया कि सात सूत्रीय मांगों को लेकर लंबे समय से राज्य सरकार के स्तर पर वार्ता होने के बाद में समाधान नहीं मिल रहा था तो ऐसा पत्र लिखना पड़ा। अब उम्मीद है कि हमारे मुद्दों पर सहमति बन जाएगी। जिला परिषद सीईओ डॉ. इंद्रजीत ने बताया कि डारा की मुख्यमंत्री कार्यालय से भी बात करवाई गई है।
इधर, विकास अधिकारी ने की अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश
लूणी पंस के विकास अधिकारी तेजपाल ने जिला कलेक्टर, लूणी के एसडीएम, जिला परिषद के सीईओ को पत्र लिखकर बताया कि मुख्यमंत्री को अतिरिक्त विकास अधिकारी ने चेतावनी भरा पत्र लिखा है। ऐसी भाषा में पत्र लिखना राजकीय सेवा नियमों के विरुद्ध है। इनके विरुद्ध सेवा नियमों के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए। साथ ही शास्त्रीनगर थाने के एसएचओ व उपखंड अधिकारी काे डारा को ऐसा नहीं करने के लिए पाबंद करने को भी कहा है।
पॉजिटिव- आज आसपास का वातावरण सुखद बना रहेगा। प्रियजनों के साथ मिल-बैठकर अपने अनुभव साझा करेंगे। कोई भी कार्य करने से पहले उसकी रूपरेखा बनाने से बेहतर परिणाम हासिल होंगे। नेगेटिव- परंतु इस बात का भी ध...
Copyright © 2020-21 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.