हिंडोन में मनाई शीतलाष्टमी:महिलाओं ने माता को लगाया ठंडे पकवानों का भोग,  6 दिन से चल रहा है मेला

हिंडोन3 महीने पहले
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हिंडौन शहर में बुधवार को शीतला अष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर शहर के शीतला कॉलोनी स्थित शीतला माता मंदिर पर अलसुबह से ही शीतला माता पूजन के लिए महिलाओं, बालिकाओं, छोटे बच्चों की भीड़ शुरू हो गई।

सुबह 9 बजे तक महिला श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला जारी रहा। इस बीच यहां बच्चों के खेल खिलौने ,महिलाओं के सौंदर्य प्रसाधन सामग्री ,मिट्टी के बर्तन,चाट पकौड़ी व फलों के ठेले से यहां मेले का सा माहौल नजर आया। महिलाओं व बच्चों ने मनपसंद खरीदारी भी की।

मंदिर के पुजारी पंडित हरिशंकर शास्त्री ने बताया कि चैत्र माह शीतला अष्टमी का पर्व आज होने से शहर के कई हिस्सों से महिला, पुरुष श्रद्धालु शीतला माता पूजन के लिए मंदिर में सुबह से ही पहुंच रहे है। उन्होंने बताया कि शीतला माता को 1 दिन पूर्व संध्या पर बनाए गए मीठे और नमकीन पकवानों का भोग लगाया। महिलाएं भजन गाती हुई मंदिर परिसर तक पहुंची उनके हाथों में प्रसाद से सजी हुई थालियां नजर आई।

साथ ही उन्होंने बताया कि पिछले शुक्रवार से यहां मेले का आयोजन बना हुआ है। तिथि के साथ शीतला माता पूजन के लिए शुक्रवार व सोमवार आदि को शुभ मानते हुए महिलाओं ने पहले भी पूजन कर चुकी है।

ज्योतिषाचार्य शत्रुध्न पंडा ने बताया शीतला माता पूजन से रोग आदि का शमन होना। बास्योड़ा का भोजन करने से चेचक जैसी बीमारियां दूर होती है। इसी के साथ मान्यता है कि शीत ऋतु समापन के बाद शीतला अष्टमी तक ही बासी भोजन ग्रहण करना चाहिए। इसके उपरांत बासी भोजन नही करना चाहिए। इसी के साथ मौसम परिवर्तन होकर गर्मी ऋतु शुरू होती है जिसमें बासी भोजन निषेध है।