टीला ढहने से एक ही परिवार के 6 की मौत:मरने वालों में मां, तीन बेटियां भी शामिल, दीवाली के लिए मिट्‌टी लेने गई थीं

करौली6 महीने पहले
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मिट्‌टी में दबने से मां और 3 बेटियों समेत 6 की मौत हो गई। एक महिला और दो बच्चियां घायल हो गई। घायलों को जिला हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। हादसा मिट्‌टी खोदते समय टीला ढहने से हुआ। घटना करौली जिले के सपोटरा इलाके में सोमवार दोपहर साढ़े 3 बजे हुई। हादसे के बाद मौके पर कोहराम मच गया। मरने वाली और घायल सभी एक ही परिवार की है।

जानकारी के अनुसार सपोटरा के सिमिर ग्राम पंचायत के मेदपुरा गांव निवासी 10 से ज्यादा महिलाएं और लड़कियां दीपावली पर घर की लिपाई-पुताई के लिए मिट्टी लेने गई थी। इस दौरान मिट्टी खोदते समय करीब 15 फीट ऊंचा टीला उन पर आ गिरा और वह दब गई। महिलाओं और लड़कियों के मिट्टी में दबते ही मौके पर चीख-पुकार मच गई और बड़ी संख्या में आसपास के लोग मौके पर जमा हो गए।

मिट्टी में और भी महिलाओं-बच्चियों के दबे होने की आशंका के चलते ग्रामीण मिट्टी को हटाने में जुट गए। देर शाम तक जब कोई नहीं मिला तो मिट्‌टी हटाने का काम रोक दिया गया।
मिट्टी में और भी महिलाओं-बच्चियों के दबे होने की आशंका के चलते ग्रामीण मिट्टी को हटाने में जुट गए। देर शाम तक जब कोई नहीं मिला तो मिट्‌टी हटाने का काम रोक दिया गया।

लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद मलबे को हटाकर सभी घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाया। जहां तीन महिलाओं समेत 6 को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। हादसे की सूचना मिलते ही करौली कलेक्टर अंकित कुमार सिंह, SP नारायण टोगस मौके पर पहुंचे और घटनाक्रम की जानकारी ली। साथ ही परिजनों को सांत्वना दी है।

हादसे में अपनों को खोने वालों की मौके पर चीख पुकार मच गई। एक साथ 6 की मौत के कारण गांव में मातम पसर गया।
हादसे में अपनों को खोने वालों की मौके पर चीख पुकार मच गई। एक साथ 6 की मौत के कारण गांव में मातम पसर गया।

हादसे में इनकी हुई मौत
मिट्टी में दबने से अनीता (22) पत्नी राजेश माली, रामनरी (28) पत्नी गोपाल माली, खुशबू, कोमल और अंजू पुत्री गोपाल माली और केशनती पत्नी चिरंजी माली की मौत हो गई है।

ये हुई घायल
हादसे में रामगल्ला (25), सपना (10) पुत्री परसराम और मोनिका (4) पुत्री राजेश घायल हो गई, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।

सरपंच राजेन्द्र सिंह ने बताया कि महिलाएं और बच्चियां दीपावली पूर्व सफाई और कच्चे घरों की लिपाई-पुताई के लिए मिट्टी लेने गई थी। बारिश से कमजोर हुआ मिट्टी का टीला ढह गया। लोगों ने 45 मिनट तक कड़ी मशक्कत कर सभी को बाहर निकाला।

गोपाल माली का उजड़ा परिवार
मेदपुरा में मिट्‌टी का टीला ढहने से गोपाल माली की तीन बच्चियों तथा पत्नी की मौत हो गई। उनका परिवार ही उजड़ गया। गोपाल की सात संतान हैं। इनमें 6 बेटियां व एक बेटा है। पत्नी रामनरी, पुत्री खुशबू, कोमल व अंजू की मौत हो जाने से इकलौते एक साल के बेटे को पालने तथा 3 बच्चियों की परवरिश की समस्या खड़ी हो गई है। मृतकों में शामिल केशंती व अनीता माली मेदपुरा के गोपाल माली की रिश्तेदारी से ही हैं।

कलेक्टर व एसपी ने लिया जायजा
सिमिर के गांव मेदपुरा में हुए दर्दनाक हादसे की सूचना मिलने पर कलेक्टर अंकित कुमार, पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस, उपखंड अधिकारी अनुज भारद्वाज, तहसीलदार हरसहाय मीणा, पुलिस निरीक्षक रामखिलाड़ी मीणा ने घटनास्थल पर पहुंचकर जायजा लिया। पीड़ित परिवार को सांत्वना देकर हरसंभव सहायता व सहयोग देने का आश्वासन दिया गया।

दम घुटने से मौत
मेडिकल बोर्ड के चिकित्सक डॉ. हंसराज मीणा, डॉ. राजेश गुप्ता व डॉ. चंचल गुप्ता ने मेदपुरा जाकर बंद कमरे में अनीता, रामनरी, खुशबू, काजल व अंजू के शवों का पोस्टमॉर्टम किया। चिकित्सा प्रभारी डॉ. हंसराज मीणा ने बताया कि पांचों की मौत दम घुटने से मौत हुई है। रेफर के दौरान बीच रास्ते में केशंती ने दम तोड़ दिया था। केशंती का पोस्टमॉर्टम सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कुड़गांव में किया गया। डॉक्टरों के अनुसार, केशंती देवी की पसली के लीवर में घुस जाने से बहुत ज्यादा खून बहा है, जिसकी वजह से मौत हुई है।

पंचायतीराज मंत्री मेदपुरा का दौरा करेंगे
ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री रमेशचंद मीणा ने ट्वीट कर व परिजनों को फोन कर सांत्वना दी है। दूसरी ओर जिला व उपखंड प्रशासन को घायलों का बेहतरीन उपचार की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। मंत्री सिमिर गांव के मेदपुरा में हुए दर्दनाक हादसे में पीड़ित परिवार को सांत्वना देने के लिए मंगलवार को पहुंचेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री सहायता कोष से चेक भी सौंपेंगे।

सिमिर क्षेत्र में अधिकांश मिट्‌टी के टीले
मेदपुरा के 25-30 घर मिट्‌टी के टीले पर बने हैं। गांव के नीचे पानी भरने तथा अधिकांश घर कच्चे होने के कारण समय-समय पर लिपाई की जरूरत पड़ती है। इसके लिए टीले को खोदकर महिलाएं चिकनी मिट्‌टी लाती हैं। अक्टूबर में तीन दिन लगातार हुई बारिश से टीले कमजोर हो गए हैं। खुदाई के दौरान ये धंस जाते हैं।

दीपावली की तैयारी में उठीं 6 अर्थियां
गोपाल माली की पत्नी रामनरी सहित अन्य महिलाएं दीपावली पर अपने मकानों को सजाने के लिए घरों के पास स्थित खेतों पर मिट्‌टी लेने गई थीं। एक साथ छह की मौत ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है। एक साथ 6 अर्थियां जलने से गांव में चूल्हा तक नहीं जला है।