जून के अंतिम सप्ताह में सरकारी और निजी कॉलेजों में प्रथम वर्ष की नियमित कक्षाओं में एडमिशन प्रक्रिया प्रस्तावित है, जिसके लिए कॉलेज शिक्षा विभाग द्वारा प्रवेश पॉलिसी बनाई जा रही है। प्रवेश पॉलिसी में दो बड़े बदलाव करने की तैयारी चल ही है। उल्लेखनीय है जिले के 10 सरकारी काॅलेजाें में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हाेगी। पहली बार शहीद पुलिस कर्मियों के बालकों का कोटा तय किया जाएगा। इसके साथ ही ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट की वैधता तीन साल बढ़ाई जाएगी। ऐसे में इस प्रावधान को भी कॉलेज एजुकेशन में प्रवेश के दौरान शामिल किया जाएगा। कॉलेज शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इसके प्रस्ताव लिए गए हैं। जल्द इनको शामिल किया जाएगा। काॅलेजाें के अधिकारियाें के अनुसार पिछले दिनों कॉलेज में प्रवेश को लेकर आयुक्तालय में मीटिंग हुई थी। इन सभी बिंदुओं पर मंथन किया गया था। इसके अलावा 12वीं बोर्ड परीक्षा के पर्सेंटेज के आधार पर प्रवेश लिया जा सकता है।
काेराेना से माता-पिता का निधन हुआ है ताे ऐसे विद्यार्थियाें काे न्यूनतम याेग्यता पर प्रवेश मिलेगा
गत साल से पर्सेंटेज के आधार काॅलेजाें में प्रवेश प्रक्रिया अपनाई गई थी। इस साल भी संभवतया यही फार्मूला रहने की उम्मीद है। इससे आरबीएसई के विद्यार्थियाें को अधिक फायदा होगा। यदि किसी विद्यार्थी के माता या पिता अथवा दोनों की माैत काेराेना महामारी से हुई है ताे, ऐसे विद्यार्थियाें का प्रवेश न्यूनतम याेग्यता पर हाेगा। इनके लिए सीटें भी अलग से आरक्षित रहेंगी।
अभी सीबीएसई परिणामों का इंतजार : माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने कक्षा 12वीं कला, साइंस और कॉमर्स का परीक्षा परिणाम जारी कर दिया है। 10वीं बोर्ड का परिणाम भी घोषित कर दिया है। ऐसे में कॉलेज आयुक्तालय को अब केवल 12वीं केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के परीक्षा परिणामों का इंतजार है। कॉलेज शिक्षा के अधिकारियों का कहना है कि सीबीएसई का परिणाम घोषित होने के बाद कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
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